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तव (तपस्६०) तप-तपश्चर्या । जायतेय (जाततेजस् ) जेमां तेज नह (नख) नख
छे ते-अमि अय (अयस् ) अयस्-लोहूँ
| पाय (पाद) पा-चोथो भाग
। उट्ट (उष्ट्र) उंट नान्यतरजाति
पाव (पाप) पाप
| अभयप्पयाण ( अभयप्रदान) पावग (पापक) पाप
अभयदान-प्राणीओ निर्भय फंदण (स्पन्दन १) फांदवु-फरक
रहे-बने-तंवी प्रवृत्ति
असायो (असात) शाता नहि थोडं थोडु हलवु
असात) -सुख नहि ते (युद्ध) युद्ध-लडाई रज (राज्य) राज्य-राज
सरण (शरण) शरण-आशरो कारण (कारण) कारण
धीरत्त (धीरत्य) धीरत्व-धीरपणु पय (पद) पद-पगलं सत्थ ( शस्त्र) शस्त्र-हणवानुं पुष्फ (पुष्प १) पुष्प-फूल .
हथीआर-तरवार वगेरे अत्थ ( अस्त्र) अस्त्र-फेकवान महब्भय
हथीआर-बाण वगेरे महाभय (महाभय) मोटो भय
सत्थ (शास्त्र) शास्त्र रय (रजम्) रज-पाप, धूळ, मेल चेदा (चैत्य) चिता ऊपर अरविंद (अरबिन्द) अरविंद
चणेलं स्नारक चिह्न-ओटलो, उत्तम कमळ
छत्री, पगलां, वृक्ष, कुंड, दाण (दान) दान
मूर्ति वगेरे ६. 'स्' छेडावाळु अने 'न्' छेडावाळु नाम प्रायः नरजातिमां वपराय छः यशम् जसो. तपम्=तवो जन्मन् जम्मो. मर्मन् मम्मो. ६१ शब्दनी आदिना 'ष' अने 'स्प'नो 'फ' थाय छे अने शब्दनी अंदरना 'प्प' अने 'स्प'नो 'एफ' थाय छः स्पन्दन फंदण. बृहस्पति बिहप्फइ. पुष्प-पुष्फ.