________________
खार
) खारो
पाठ ७ मो
नरजाति घड (घट)४ घडो | समण (श्रमण) शुद्धि माटे श्रम नड (नट) नट
करनार-संत पुरुष पडह (पटह) पडो-ढोल मोक्ख (मोक्ष) मोक्ष-छूटकारो भड (भट) भड-शर
वेय (वेद) ऋग्वेद वगेरे वेद मोह (मोह) मूढता
फास (स्पर्श) स्पर्श काय (काय) काय-काया-शरीर
तलाय (तडाग)४६ तलाव सह (शब्द) शब्द-साद-अवाज
गरुल (गरुड) गरुड हरिस (हर्ष) हरख-हर्ष
छार (क्षार) खारो मढ ४५(मठ) मढी-मठ-संन्या
खंध ४८ (स्कन्ध) कांध-खांध, सीओगें रहेठाण
भाग, मोटी डाळ सढ (शठ) शठ-लुच्चो
पोक्खरं (पुष्कर) पोखर-तळाव कुढार [कुठार) कुठार-कुहाडो खय (क्षय) खे-क्षय पाढ (पाठ) पाडो-आंकनो पाडो- कोस (कोश) कोह-पाणी काढवा पाठ
कोश, खजाने ४४ शब्दनी अंदरना असंयुक्त 'ट' नो 'ड' थाय छः घट-घड. नट-नड. ४५ शब्दनी अंदरना असंयुक्त 'ठ' नो 'ढ' थाय छः मठ-मढ. पाठ-पाढ. ४६ शब्दनी अंदरना असंयुक्त 'ड' नो 'ल' थाथ छे: तडागतलाय. गरुड-गरुल. ४७ शब्दनी आदिना 'क्ष' नो क्याय 'ख' के 'छ थाय छे अने शब्दनी अंदरना 'क्ष' नो क्यांय 'ख' के 'च्छ' थाय छ। क्षीर-खीर, छीर. क्षय-खय, छय. क्षेत्र-खेत्त, छेत्त. मोक्ष-मोक्ख, मोच्छ. अक्षि-अक्खि, अच्छि. लक्षण-लक्खण, लच्छण. ४८ शब्दनी आदिना 'स्क' नो के. 'एक' नो 'ख' थाय छ भने शब्दनी अंदरना 'स्क' नो के 'क' नो 'क्ख' थाय छेः स्कन्ध-खंध. स्कन्द-खंद. पुष्करपुक्खर-पोक्खर शुष्क-सुक्ख.