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२१९ सित्थ (सिक्थ) सीथ
सुवण्ण (सुवर्ण) सोनुं सिंग (झ) शिंगडु-शिंगु सोअ (श्रोत्र) श्रोत्र-कानसिंदुरय छिदरं
सोत्ता सांभळवानुं साधन सीअ (शीत) शीत-टाढ
सोरभ (सौरभ) सोडम सील (सील) शील-सदाचार सोल्ल मांसना सोला सीस (शीर्ष) शीश-माधु हड्ड (हाड) हाडकुं सुक्ख (सौख्य) सुख
हल्लिअ हालेखें-चालेलं सुत्त (सूत्र) सूत्र-सूतर-सूत्ररूप । हियय (हृदय) हैयु
टुक वाक्य । हुअ (हुत) होम
विशेषण अकम्म ( अर्कमन्) कर्मरहित
अणवज । (अनवद्य) पापरहितनिर्मळ-पवित्र अनवज
निर्दोष अक्खाय (आख्यात) कहेलं-कहे, । अणाइअ (अनादिक) आदि विनानु अचेलय । ( अचेलक ) ऐलक- अणारिय (अनार्य ) अनार्य-आर्य अएलय कपडा विनानुं
नहि ते-अनाडी अजयण । (अद्यतन) आजन- अत्थिअ (आर्थिक) अर्थ संबंधी अजतण ताजु
-अर्थने लगतुं अज (अर्य) भर्य-वैश्य-स्वामी
अस्थि (आस्तिक) आस्तिक अज (आर्य) आर्य
अधीर (अधीर) अधीर-धीरज अद्वगुणय (अष्टगुणक)।
विनानु-नबलु अट्ठगुण (अष्टगुण) आठगणु अट्ठम (अष्टम) आठमुं
अधुट्ट (अर्धचतुर्थ) जेमां त्रण अहीअ ) (अर्धतृतीय) जेमां
आखां अने चोथु अडधुं अडाइभ बे आखां अने
छे ते उंठ-साडात्रण अट्ठाइज ) त्रीचं अडधुं छे ते, अन्न । (अन्य) अन्य-बीजु
अडी-अढी । अण्णा