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करौली
पल्लीवाल जाति द्वारा निर्मित जैन मंदिर पल्लीवाल जैन जाति ने जिन-जिन क्षेत्रों में निवास किया, वहाँ प्रायः मंदिरों का भी अपनी-अपनी धार्मिक आस्था के अनुसार निर्माण किया। इन मंदिरों में से अधिकाँश का निर्माण काल तथा निर्माण कर्ता दोनों के बारे में ही जानकारी प्रायःउपलब्ध नहीं है। इसका कारण मूलतः यही है कि हमारे पूर्वजों में यश की अथवा नाम की लिप्सा गौण थी, धार्मिक प्रभावना का ही भाव प्रमुख था। हो सकता है इसमें कुछ स्थानों के मंदिरों का नामोल्लेख नहीं हो सका हो। स्थान
मूलनायक प्रतिमा निर्माण समय हिण्डौन (केशवपुरा) श्री श्रेयांसनाथजी वि. संवत् 1793 हिण्डौन (नई मण्डी) श्री महावीर स्वामी नवनिर्मित संवत् 2043 सॉथा
श्री कुन्थुनाथजी संवत् 1708
श्री नेमिनाथजी संवत् 1845 सिरस
श्री ऋषभदेवजी संवत् 1840
श्री शांतिनाथजी संवत् 1826 शेरपुर
श्री ऋषभदेवजी 19 वीं शताब्दी अलीपुर
श्री वासुपूज्य स्वामी 19 वीं शताब्दी समराया
श्री कुंथुनाथ स्वामी 19 वीं शताब्दी
श्री महावीर स्वामी 18 वीं शताब्दी नदबई
श्री महावीर स्वामी नवनिर्मित सन् 1979 गढ़ खेड़ा
श्री पार्श्वनाथ भगवान 18 वीं शताब्दी झारैडा
श्री महावीर स्वामी 18 वीं शताब्दी
श्री अनंतवीर्य 18 वीं शताब्दी कोट (मन्डावर) श्री पार्श्वनाथ भगवान 18 वीं शताब्दी बडौदा कान श्री विमलनाथजी नव निर्मित सन् 1981
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कुम्हेर
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= श्री पल्लीवाल जैन इतिहास