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________________ १०२४ कप्पसुयस्स सद्दकोसो ५/१९ १/७,९ बाहा (बाहु) बाहिं (बहिस्) बाहिरिया (बाहिरिका) बिंदुप्पमाणमेत्त (बिन्दुप्रमाणमात्र) बीय (बीज) से ९ भूइप्पमाणमेत्त (भूतिप्रमाणमात्र) ५/३७ भोत्तव्व (भोक्तव्य) ५/१२ भोयण (भोजन) ४/१४,५/१० भोयणजाय (भोजनजात) ५/१२ ५/३७ ४/३१ से ३४, ५/११, ६/४,६ १/४७ बू (ब्रू)- बेमि २/२८ १/६ भंगिय (भाङ्गिक) भंत (भदन्त) १/३४ भगव (भगवत्) भगिणी (भगिनी) ४/११ भत्त (भक्त) ४/२६ भत्तट्ठ (भक्तार्थ) ५/४१ भत्तपाणपडियाइक्खिय (प्रत्याख्यातभक्तपान) ६/१७ भाय (भ्रातृ) ४/१० भावणा (भावना) ३/२४ भिक्खायरिया (भिक्षाचर्या) १/७९, ३/३३, भिक्खु (भिक्षु) १/३४, ४/१६,१९, २२, २५ से २७, ५/५ से ९,४० भिक्खुभाव (भिक्षुभाव) ३/३१ भिज्जानियाणकरण (भिध्यानिदानकरण) ६/१९ भित्तिकड (भित्तिकृत) २/२,३,९,१० भिन्न (भिन्न) १/२,३,५, ३/१० भुंज (भुज्)- भुंजेज्ज ५/११ भुंज (भुज्)- भुंजेज्जा ४/१२ ४/१,१२,१३, मंचाउत्त (मञ्चागुप्त) २/३,१० मक्कडासंताणय (मर्कटकसन्तानक) ४/३१ से ३४ मक्खित्तए (मेक्षितुम्) ५/३६ मगह (मगध) १/४७ मज्झुमज्झु (मध्यंमध्य) १/३२,३३ मट्ट (मृष्ट) १/४३ मडंब (मडम्ब) महण्णव (महार्णव) ४/२९ महव्वय (महाव्रत) ३/२५ महानई (महानदी) ४/२९ मही (मही) ४/२९ माया (मातृ) ४/११ मालाउत्त (मालागुप्त) २/३,१० मास (माष) मास (मास) १/६ से ९ मासिय (मासिक) मुंजापिच्चिय (दे.) मुंडावेत्तए (मुण्डापयितुम्) ४/५ मुग्ग (मुद्ग) मुच्छ (मू )- मुच्छेज्ज ३/२२ मुत्तिमग्ग (मुक्तिमार्ग) ६/१९ २/२९
SR No.007788
Book TitleKappasuttam Vhas Vises Chunni Sahiyam Part 03
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami, Sanghdasgani Kshamashraman
Author
PublisherShubhabhilasha Trust
Publication Year2016
Total Pages314
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bruhatkalpa
File Size6 MB
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