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पढमं परिसिटुं
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पाणाइवाय (प्राणातिपात) ६/२ पाणि (पाणि)
५/६ से ९ पाय (पाद)
४/३० पायकेसरिया (पात्रकेसरिका) ५/३२,३३ पायच्छित्त (प्रायश्चित्त) ४/२६ पायपुंछण (पादप्रोञ्छन) १/३८ से ४१,४३,
५/३४,३५ पायमूल (पादमूल) १/३८ से ४१ पारंचिय (पाराञ्चिक) ४/२ पारियासिय (पारिवासित) ५/३७ से ३९ पारिहारिय (पारिहारिक) २/१३ पास (दृश्)- पासेज्जा ४/२६ पासवण (प्रस्रवण) १/१९, ३/१, २१,
४/२७, ५/१३,१४ पाहुडिया (प्राभृतिका) २/२४ से २७ पिंडय (पिण्डक) पिंडवाय (पिण्डपात) १/३८,४०, ३/१३,
४/१४,२७,
५/११,१२,१५,४१ पिब (पा)- पिबेज्ज ५/११ पिय (पितृ)
४/१० पिवासिय (पिपासित) ४/२८ पिहिय (पिहित) २/२,३,९,१० पीढ (पीठ)
५/२८,२९ पुंजकड (पुजीकृत) २/२,३,९,१० पुडभेयण (पुटभेदन) पुण (पुनर) पुत्त (पुत्र)
४/१० पुरओ (पुरतस्)
पुरत्थिम (पौरस्त्य,पूर्व) १/४७ पुरिसरूव (पुरुषरूप) ५/३,४ पुरिससागारिय (पुरुषसागारिक) १/२७,२८ पुलागभत्त (पुलाकभक्त) ५/४१ पुव्व (पूर्व)
१/४२, ३/२८ से ३० पुव्वामेव (पूर्वमेव) ५/११ पुव्वोवट्ठविय (पूर्वोपस्थापित) ३/१४,१५ पूय (पूज्य)
२/२५,२७ पूयाभत्त (पूज्यभक्त) २/२४ से २७ पूव (पूप) पेहाए (प्रेक्ष्य)
३/३३ पोत्तय (दे.पोतक) २/२८ पोरिसी (पौरुषी) ४/१२
२/८
२/८
फरुसवयण (परुषवचन) ६/१ फलग (फलक) ५/२८,२९ फाणिय (फाणित) २/८ फुसिय (पृषत) ५/१२
बब्भागम (बह्वागम) ४/२६ बहिया (बहिस्, बहिस्तात्) १/३९,४१,४५,४६,
२/१४ से १७, ३/३३, ४/२६,
५/१५, २९,४० बहुफासुय (बहुप्राशुक, स्पर्शक) ४/१२ से १४,२५,
५/११,१२ | बहुस्सुय (बहुश्रुत) ४/२६
३/१३