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________________ पढमं परिसिटुं १०१३ ६/२ अविओसवियपाहुड (अव्यवशमितप्राभृत) ४/६ अविओसवेत्ता (अव्यवशम्य) ४/२६ अविकरण (अविकरण) ३/२६ अविणीय (अविनीत) ४/६ अविभत्त (अविभक्त) २/२२ अविरइयावाय (अविरतिकावाद) अविहिभिन्न (अविधिभिन्न) अवुग्गाहिय (अव्युद्ग्राहित) ४/६ अव्वावड (अव्यापृत) ३/३० अव्वोगड (अव्याकृत) २/२२ अस (अस)- अत्थि १/३४ असंथडिय (असंस्तृत) ५/८,९ असंसट्ठ (असंसृष्ट) २/१४,१५,१७ असण (अशन) १/९,४२, ३/१, २१,४/१२,१३, २४, २८, ५/६ से अहालहुसय (यथालघुस्वक) ५/४० अहिगरण (अधिकरण) १/३४, ४/२६, ५/५ अहिट्ठित्तए (अधिष्ठातुम्) ३/३ अहे (अधस्) २/११ अहेपाय (अधस्पाद) ६/३,५ अहेसवणमाया (अध:श्रमणमात्रा) ४/३१ आ आइयइ ४/२६ आइक्खित्तए (आख्यातुम्) ३/२३ आइयत्तए (आपातुम्) ५/३६ आइयव्व (आदातव्य) ४/२६ आउर (आतुर) ४/२८ आकुंचणपट्टग (आकुञ्चनपट्टक) ५/२४,२५ आगम (आगम) ५/४० आगमणगिह (आगमनगृह) २/११, १२ आगर (आकर) १/६ आगाढ (आगाढ) ५/३७ से ३९ आढा (आ+ दृ)- आढाएज्जा १/३४ आपुच्छित्ता (आपृछ्य) ४/१६ आम (आम) १/१,२ आय (आत्मन्) ३/१४,१५ आयंक (आतङ्क) ५/३६ से ३९ आयमित्तए (आचमितुम्) ५/३६ आयरिय (आचार्य) १/३८, ३९, ३/१३, ४/१६ से २४,२६,२७ | आयाए (आदाय) ३/१४ २/२ ३/१४,१५ अह (अथ) अहापरिग्गहिय (यथापरिगृहीत) अहाराइणिय (यथारात्निक) अहारिह (यथार्ह) अहालंद (यथालन्द) ३/१८ से २० ४/२६ २/१,४ से ८, ३/२८ से ३२
SR No.007788
Book TitleKappasuttam Vhas Vises Chunni Sahiyam Part 03
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami, Sanghdasgani Kshamashraman
Author
PublisherShubhabhilasha Trust
Publication Year2016
Total Pages314
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bruhatkalpa
File Size6 MB
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