________________
१२०
अर्धमागधी व्याकरण
(५) ञ्च : पञ्चदश पन्नरस
(६) नं : दुर्निवारता=दुन्निवारया (२३) प्प : (१) क्प : वाक्पतिराज वप्पइराय
(२) क्म : रुक्म=रुप्प (३) त्प : तत्पर तप्पर (४) प्य : रुप्य रुप्प (५) प्र : विप्र विप्प (६) प्ल : विप्लव विप्पव (७) र्प : अर्पण=अप्पण (८) ल्प : अल्प=अप्प (९) :प : अन्त:पात अंतप्पाय (१०) त्म : आत्मन् अप्प (११) त्म्य : माहात्म्य माहप्प (१२) प्न : प्राप्नोति?=पप्पोइ (१३) ष्प : चतुष्पद-चउप्पय (१४) ट्प : षट्पद छप्पय
(१५) स्प : परस्पर परोप्पर (२४) प्फ : (१) त्फ : उत्फुल्ल उप्फुल्ल
(२) ल्फ : गुल्फ गुप्फ (३) ष्प : पुष्प पुप्फ (४) स्प : बृहस्पति=बहप्फइ (५) :फ : दुःफल=दुप्फल (६) ट्फ : कट्फल कप्फल
(७) स्फ : आस्फाल्= अप्फाल (२५) ब्ब : (१) ब्र : अब्रवीत्=अब्बवी
(२) र्ब : कर्बट कब्बड
१
सेन, पृ. ३९