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VARKARiekasी सम्पाते हैं हालय
साधु श्रीअनाथदासजी विरचितयार साधु श्रीगोविंददासकृत टीकासहित । पंडित श्रीरघुवंशशर्म विशोधित
सर्व मुमुक्षुओंके हितार्थ हरिप्रसाद भगीरथजीने
बम्बई
।
"गुजराती " छापखानेमें छपायके प्रसिद्ध किया.
आवृत्ति पहली. संवत् १९६७. सन १८३२.
यह ग्रंथ १८६७ के ऐक्ट २५के अनुसार रजिस्टर किया है.