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List of Reference-Books 1) आगम-युग का जैन-दर्शन : पं. दलसुख मालवणिया, सं. विजयमुनि, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, १९६६. 2) आगम स्वाध्यायमाला : प्रेरक, कुंदनऋषिजी म., त्रिलोकरत्न स्थानकवासी जैन धार्मिक परीक्षा बोर्ड, अहमदनगर,
२००२. 3) आयारो (आचारांग) : वाचना प्रमुख, आ. तुलसी, सं.मुनि नथमल, जैन विश्वभारती प्रकाशन, वि.सं.२०३१. 4) भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान : डॉ. हीरालाल जैन, मध्यप्रदेश शासन साहित्य परिषद, भोपाल, १९६२. 5) A BRIEF SURVEY OF JAIN PRAKRIT & SANSKRIT LITERATURE : By Dr. Nalini Joshi,
Sanmati-Teerth prakashan, 2009. 6) THE JAINA PATH : Aidan Rankin, New Age Books, New Delhi, 2007. 7) JAINA PHILOSOPHY - An Introduction : Mohanlal Mehta, Bharatiya Vidya Bhavan, Bangalore,
1998. 8) जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग ५), लाक्षणिक साहित्य : पं. अंबालाल शाह, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध
संस्थान, वाराणसी, १९६९. 9) नीतिवाक्यामृतम् : सोमदेवसूरि, संशोधक-पन्नालाल सोनी, जैनग्रंथमालासमिति, १९२३. 10) प्राकृत साहित्य का इतिहास : डॉ. जगदीशचन्द्र जैन, चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी, १९८५. 11) TATTVĀRTHA SUTRA : Umäsvāti, Translated by Nathmal Tatia, Motilal Banarsidass
Publishers Private Limited, Delhi, 2007
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