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o associated with a group), (6) Jivit-hetu naam (name associated with A survival), and (7) Abhuprayik naam (name associated with choice).
Elaboration The notional installation of a name in a thing realistically or unrealistically just for the sake of identity is called name associated with sthapana pramana (notional installation as validity). They are of seven types detailed as follows. (१) नक्षत्रनाम
२८५. से किं तं नक्खत्तणामे ?
नक्खत्तणामे कत्तियाहिं जाए कत्तिए कत्तियादिण्णे कत्तियाधम्मे कत्तियासम्मे कत्तियादेवे कत्तियादासे कत्तियासेणे कत्तियारक्खिए।
रोहिणीहिं जाए रोहिणिए रोहिणिदिन्ने रोहिणिधम्मे रोहिणिसम्मे रोहिणिदेवे रोहिणिदासे रोहिणिसेणे रोहिणिरक्खिए। एवं सव्वणक्खत्तेसु णामा भाणियवा। एत्थ संगहणि गाहाओ
१. कत्तिय, २. रोहिणि, ३. मिगसिर, ४. अद्दा य, ५. पुणबसू य, ६. पुस्से य। ७. तत्तो य अस्सिलेसा, ८. मघाओ, ९-१०. दो फग्गुणीओ य॥१॥ ११. हत्थो, १२. चित्ता, १३. साती, १४. विसाहा, १५. तह य होइ अणुराहा। १६. जेट्टा, १७. मूलो, १८. पुवासाढा, १९. तह उत्तरा चेव॥२॥ २०. अभिई, २१. सवण, २२. धणिट्ठा, २३. सतिभिसय, २४-२५. दो य होंति भद्दवया। २६. रेवति, २७. अस्सिणि, २८. भरणी, एसा नक्खत्तपरिवाडी॥३॥ से तं नक्खत्तनामे। २८५. (प्र.) नक्षत्रनाम-नक्षत्र के आधार से स्थापित नाम क्या है ?
(उ.) नक्षत्रनाम का स्वरूप इस प्रकार कहा है, जैसे-कृतिका नक्षत्र में उत्पन्न होने वाला * कृत्तिक (कार्त्तिक), कृत्तिकादत्त, कृत्तिकाधर्म, कृत्तिकाशर्म, कृत्तिकादेव, कृत्तिकादास, कृतिकासेन, कृत्तिकारक्षित कहलाता है।
रोहिणी नक्षत्र में उत्पन्न होने वाला रोहिणेय, रोहिणीदत्त, रोहिणीधर्म, रोहिणीशर्म, रोहिणीदेव, रोहिणीदास, रोहिणीसेन, रोहिणीरक्षित कहा जाता है। इसी प्रकार अन्य सभी
नक्षत्रों में उत्पन्न होने वाले नामों के विषय में जान लेना चाहिए। * सचित्र अनुयोगद्वार सूत्र-२
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Illustrated Anuyogadvar Satra-2
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