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चित्र परिचय १ ।
Illustration No.1
अनुयोग का अर्थ सूत्र का उसके अनूकूल अर्थ के साथ योग करना अनुयोग है। जिस प्रकार किसी ग्वाले के पास सफेद, काली, पीली, चितकबरी अनेक रंगों की गायें हैं। उनके वैसे ही बछड़े हैं। दूध दुहने के समय जिस गाय का जो बछड़ा है उसी बछड़े को गाय के स्तनों से लगाता है तो गाय दूध देने लगती है। यह अनुयोग का उदाहरण है। यदि काली गाय का बछड़ा सफेद गाय के स्तनों से लगा दिया तो गाय दूध नहीं देगी। इसे अन+अनुयोग समझना चाहिए। __ इसी प्रकार शास्त्र या सूत्र के भाव के अनुसार अनुकूल अर्थ करते हुए गुरु शिष्यों को शास्त्र का रहस्य समझाते हैं कि किस सूत्र का क्या अर्थ है। इस प्रक्रिया का नाम अनुयोग है।
-सूत्र २
PASPASPASPASSPARASIYAPAGAPASPASAPTAPAISAPAGAPPSSPATRASPASPIRITTARo
LATOPARA
MEANING OF ANUYOGA To associate (yoga) the intended and prescribed meaning (anu) with the concept of an aphorism is anuyoga. In other words to elaborate an aphorism in consonance with the concept of the writer is anuyoga or disquisition. A cowherd has cows of many colours like white, black, and spotted. Each of them has a calf. When he wants to milk a cow he allows the calf of that particular cow to suckle and the cow yields milk. If he will use the calf of the black cow with the white cow it will not yield milk. This is anu + yoga.
In the same way a guru reveals the secrets of the scriptures to his disciples by giving appropriate meaning and elaborating an aphorism in consonance with the concept of the writer. This process is called anuyoga.
-Sutra : 2
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DDAROSARON
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