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1 thousand trillion Palyopam = 1 Sagaropam 1 thousand trillion Sagaropam = 1 Utsarpini or 1 Avasarpini 2 thousand trillion Sagaropam = 1 time cycle
२० कोटा-कोटि सागरोपम अर्थात् एक उत्सर्पिणी-अवसर्पिणी को मिलाकर एक कालचक्र होता है। अनन्त उत्सर्पिणियाँ-अवसर्पिणियाँ का एक पुद्गल परावर्त होता है। जितने काल में एक जीव (आत्मा) समस्त लोकादाश के प्रत्येक पुद्गल का स्पर्श करता है उसे पुद्गल परावर्त कहा है। अनन्त पुद्गल परावर्तों का समुदाय एक अतीताद्धा (अतीत काल) कहलाता है। इसी प्रकार अनन्त अनागत काल के पुद्गल परावर्तों का समुदाय अनागताद्धा कहा जाता है। अतीत-अनागत-वर्तमान तीनों कालों का सम्मिलित रूप सर्वाद्धा-सर्वकाल कहा जाता है।
Two thousand trillion Sagaropam or one Utsarpini and one Avasarpini make one time cycle. Infinite time cycles make one pudgal-paravart. The time taken by a soul to touch each and every matter particle in the whole universe is said to be pudgalparavart. Infinite pudgal-paravart is one atitaddha (past-eons). Similarly infinite pudgal-paravart of future time is one anagataddha (future eons). Past-present-future time is called sarvaddha or all-time.
(३) से किं तं पच्छाणुपुब्बी ? पच्छाणुपुब्बी सम्बद्धा अणागतद्धा जाव समए। से तं पच्छाणुपुबी। २०२. (प्रश्न ३) पश्चानुपूर्वी क्या है?
(उत्तर) सर्वकाल, अनागतकाल यावत् समय पर्यन्त व्युत्क्रम से पदों की स्थापना करना पश्चानुपूर्वी है।
202. (Question 3) What is this Pashchanupurvi ?
(Answer) The arrangement of the aforesaid units of time placed in descending sequential order is called pashchanupurvi (descending sequence). The arrangement being—sarvakaal, anagatakaal, and so on up to samaya.
This concludes the description of pashchanupurvi (descending sequence). आनुपूर्वी प्रकरण
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The Discussion on Anupurdi
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