________________
STERPRISEXGORIGIONSOONGRESPONSIBIGOROPEXGDISPONGENGEORGIGDEPEXSEXGINGREDEVBOEMEETEOMMEMESTEREOVER
(Answer) In case of anupurvi (sequential) substances this antar (gap) does not exist. The same holds good for the other two type of substances (ananupurvi or non-sequential and avaktavya or inexpressible). (७) भागप्ररूपणा
१२९. संगहस्स आणुपुबीदव्वाई सेसदव्वाणं कइभागे होज्जा ? किं संखेज्जइभागे होज्जा ? असंखेज्जइभागे होज्जा ? संखेजेसु भागेसु होज्जा ?
असंखेजेसु भागेसु होज्जा ? ___ नो संखेज्जइभागे होज्जा नो असंखेज्जइभागे होज्जा। णो संखेज्जेसु भागेसु होज्जा
णो असंखेज्जेसु भागेसु होज्जा। नियमा तिभागे होज्जा। एवं दोण्णि वि। __ १२९. (प्रश्न) संग्रहनयसम्मत आनुपूर्वीद्रव्य शेष द्रव्यों के कितने भाग प्रमाण होते हैं ? क्या संख्यात भाग प्रमाण होते हैं या असंख्यात भाग प्रमाण होते हैं ? संख्यात भागों प्रमाण अथवा असंख्यात भागों प्रमाण होते हैं ?
(उत्तर) संग्रहनयसम्मत आनुपूर्वीद्रव्य शेष द्रव्यों के संख्यात भाग, असंख्यात भाग, हर संख्यात भागों या असंख्यात भागों प्रमाण नहीं हैं, किन्तु नियमतः तीसरे भाग प्रमाण होते हैं।
इसी प्रकार दोनों (अनानुपूर्वी और अवक्तव्यक) द्रव्यों के विषय में भी समझना चाहिए। (7) BHAAG-DVAR ____129. (Question) In what spatial proportion of other substances are the samgraha naya sammat anupurvi dravya (sequential substances conforming to generalized viewpoint). Is it countable fractions ? Is it uncountable fractions ? Is it countable sections ? Or is it uncountable sections ? ___ (Answer) The anupurvi (sequential) substances exist not in countable fractions or uncountable (infinitesimal) fractions or countable sections or in uncountable sections अनुयोगद्वार सूत्र
( २१२ ) Illustrated Anuyogadvar Sutra
MUONYA OYAYOYAPOYAYOYALYAYOYAPMAINDRO RODREDI.
DOC.DR
.MRDROORSRDROORS
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org