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संग्रहनयसम्मत अनौपनिधिकी द्रव्यानुपूर्वी प्ररूपणा
११५. से किं तं संगहस्स अणोवणिहिया दव्वाणुपुब्बी ?
संगहस्स अणोवणिहिया दव्वाणुपुबी पंचविहा पण्णत्ता । तं जहा(१) अट्ठपयपरूवणया, (२) भंगसमुक्कित्तणया, (३) भंगोवदंसणया, (४) समोयारे, (५) अणुगमे ।
११५. (प्रश्न ) संग्रहनयसम्मत अनौपनिधिकी द्रव्यानुपूर्वी क्या है ?
(उत्तर) संग्रहनयसम्मत अनौपनिधिकी द्रव्यानुपूर्वी पाँच प्रकार की है। जैसे(१) अर्थपदप्ररूपणता, (२) भंगसमुकीर्तनता, (३) भंगोपदर्शनता, (४) समवतार, (५) अनुगम ।
SAMGRAHA NAYA SAMMAT ANAUPANIDHIKI DRAVYA-ANUPURVI
115. (Question) What is this samgraha naya sammat anaupanidhiki dravya-anupurvi (disorderly physical sequence conforming to generalized viewpoint)?
(Answer) Samgraha naya sammat anaupanidhiki dravya-anupurvi (disorderly physical sequence conforming to generalized viewpoint) is of five types — (1) Arthpadaprarupana (semantics), (2) Bhang-samutkirtanata (enumeration divisions or bhangs), (3) Bhangopadarshanata (explication of divisions bhangs ), ( 4 ) Samavatara ( compatible assimilation), and (5) Anugam (systematic elaboration).
of
or
संग्रहनयसम्मत अर्थपदप्ररूपणता
११६. से किं संगहस्स अट्ठपयपरूवणया ?
संगहस्स अट्ठपयपरूवणया तिपएसिया आणुपुब्बी, चउप्पएसिया आणुपुबी जाव दसपएसिया आणुपुब्बी, संखिज्जपएसिया आणुपुब्बी असंखिज्जपएसिया आणुपुब्बी, अणतपदेसिया आणुपुब्बी । परमाणुपोग्गला अणाणुपुब्बी, दुपदेसिया अवत्तव्यए । से तं संगहस्स । से तं संगहस्स अट्ठपयपरूवणया ।
पूर्वी करण
( १९९ )
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The Discussion on Anupurvi
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