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गोयमा ! सव्वत्थोवाइं णेगम - ववहाराणं अवत्तव्वयदव्वाइं दव्वट्टयाए, अणाणुपुव्वदव्वाइं दव्वट्टयाए विसेसाहियाई, आणुपुब्बीदव्वाइं दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणाई ।
११४. ( प्रश्न १) भंते ! नैगम और व्यवहारनयसम्मत इन आनुपूर्वीद्रव्यों, अनानुपूर्वीद्रव्यों और अवक्तव्यद्रव्यों में से द्रव्य, प्रदेश और द्रव्यप्रदेश की अपेक्षा कौन द्रव्य किन द्रव्यों की अपेक्षा अल्प, अधिक, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ?
(उत्तर) गौतम ! नैगम और व्यवहारनयसम्मत अवक्तव्यद्रव्य द्रव्य की अपेक्षा सबसे कम (स्तोक) हैं, अनानुपूर्वीद्रव्य, द्रव्य की अपेक्षा अवक्तव्यद्रव्योंसे विशेषाधिक हैं और आनुपूर्वीद्रव्य द्रव्य की अपेक्षा अनानुपूर्वी द्रव्यों से असंख्यातगुणे हैं।
(9) ALPABAHUTVA-DVAR
114. (Questio 1) Bhante! In terms of substance (mass), space-points (volume), and substance-cum-space-points (mass-cum-volume) which of these naigam-vyavahar naya sammat anupurvi, ananupurvi, and avaktavya dravya (sequential, non-sequential, and inexpressible substances conforming to coordinated and particularized viewpoints) are comparatively less than, more than, equal to, or much more than others (in the universe) ?
(Answer ) Gautam! In terms of dravya (substance), naigam-vyavahar naya sammat avaktavya dravya (inexpressible substances conforming to coordinated and particularized viewpoints) are least in the universe; in terms of substance ananupurvi (non-sequential) substances are much more than avaktavya (inexpressible) substances; and in terms of substance anupurvi (sequential) substances are uncountable times more than ananupurvi (non-sequential) substances.
(२) पसट्टयाए गम - ववहाराणं सव्वत्थोवाइं अणाणुपुव्वीदव्वाइं अपएसट्टयाए, अवत्तव्ययदव्वाइं पयसट्टयाए विसेसाहियाई, आणुपुव्वीदव्वाइं परसट्टयाए अनंतगुणाई ।
पूर्वी प्रकरण
( १९१ )
The Discussion on Anupurvi
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