________________
___ अहवा (५) तिपदेसिया य परमाणुपोग्गले य दुपदेसिए य आणुपुव्वीओ य अणाणुपुब्बी य अवत्तब्बए य, (६) अहवा तिपदेसिया य परमाणुपोग्गले य दुपदेसिया य आणुपुब्बीओ य अणाणुपुब्बी य अवत्तव्ययाई च, (७) अहवा तिपदेसिया य परमाणुपोग्गला य दुपदेसिए य आणुब्बीओ य अणाणुपुब्बीओ य अवत्तब्बए य, (८) अहवा तिपदेसिया य परमाणुपोग्गला य दुपदेसिया या आणुपुब्बीओ य अणाणुपुबीओ य अवत्तव्वयाइं च ८। (२६) से तं नेगम-ववहाराणं भंगोदंसणया।
१०३. (प्रश्न) नैगम और व्यवहारनयसंमत भंगोपदर्शनता क्या है? (उत्तर) नैगम-व्यवहारनयसंमत भंगोपदर्शनता इस प्रकार है
(१) त्रिप्रदेशिक आनुपूर्वी, (२) परमाणुपुद्गल अनानुपूर्वी, (३) द्विप्रदेशिक अवक्तव्य, (४) त्रिप्रदेशिक आनुपूर्वियाँ, (५) परमाणुपुद्गल अनानुपूर्वियाँ हैं, (६) द्विप्रदेशिक अवक्तव्यक। (इस प्रकार असंयोगी छह भंगों का कथन है) अथवा
(१) त्रिप्रदेशिक है, परमाणुपुद्गल है आनुपूर्वी है और अनानुपूर्वी है, (७) । (२) त्रिप्रदेशिक है, अनेक परमाणुपुद्गल- है, आनुपूर्वी है और अनानुपूर्वियाँ है, (८),
(३) अनेक त्रिप्रदेशिक है परमाणुपुद्गल है आनुपूर्वियाँ और अनानुपूर्वियाँ हैं, (९) (४) त्रिप्रदेशिक है, अनेक परमाणुपुद्गल हैं आनुपूर्वियां और अनानुपूर्वियाँ हैं (१०)। अथवा
(१) त्रिप्रदेशिक द्विप्रदेशिक है आनुपूर्वी और अवक्तव्य रूप हैं, (११) (२) त्रिप्रदेशिक है अनेक द्विप्रदेशिक है आनुपूर्वी और अवक्तव्य रूप हैं (१२),
(३) त्रिप्रदेशिक और और द्विप्रदेशिक आनुपूर्वी अवक्तव्य रूप हैं (१३), २ (४) त्रिप्रदेशिक और द्विप्रदेशिक आनुपूर्वियों और अवक्तव्यकों रूप हैं। (१४) अथवा
(१) परमाणुपुद्गल और द्विप्रदेशिक है, अनानुपूर्वी अवक्तव्यक रूप हैं (१५), (२) परमाणुपुद्गल और द्विप्रदेशिक अनानुपूर्वी अवक्तव्यकों रूप हैं (१६), (३) अनेक परमाणुपुद्गल और द्विप्रदेशिक है, अनानुपूर्वी और अवक्तव्य रूप (१७) (४) परमाणुपुद्गल और द्विप्रदेशिक अनानुपूर्वियों और अवक्तव्यकों रूप हैं (१८)। अथवा
(१) त्रिप्रदेशिक है, परमाणुपुद्गल है और द्विप्रदेशिक आनुपूर्वी-अनानुपूर्वी अवक्तव्यक रूप है (१९), (२) त्रिप्रदेशिक परमाणुपुद्गल है द्विप्रदेशिक है, आनुपूर्वी, अनुयोगद्वार सूत्र
( १६० ) Illustrated Anuyogadvar Sutra
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org