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४३. उन मणियों का इस प्रकार का यह स्पर्श कहा गया है-जैसे कि मृगछाला, रुई, बूर (वनस्पति), हसगर्भ नामक रुई, शिरीष पुष्पो का समूह अथवा नवोत्पन्न कुमुदपत्रराशि का होता है। क्या उनका स्पर्श इस प्रकार कोमल है ? THE TOUCH OF THE JEWELS
___43. The soothing touch of the jewels is compared with deer-skin, Scotton, the boor plant, hans-garbh cotton, collection of Shireesh
flowers or a heap of newly grown kumud flowers. Was the touch of the team those jewels as soft as that of these flowers ?
४४. णो इणढे समढे, तेणं मणी एत्तो इट्टतराए चेव जाव फासेणं पन्नत्ता।
४४. नहीं। यह उपमा यथार्थ नहीं हैं। वे मणियाँ तो इससे भी अधिक इष्टतर प्रिय यावत् कोमल स्पर्श वाली बताई गई हैं। ____44. No. These comparisons are not realistic. The jewels were more attractive and softer in touch than the said substances. प्रेक्षागृह-निर्माण
४५. तए णं से आभियोगिए देवे तस्स दिव्वस्स जाणविमाणस्स बहुमज्झदेसभागे एत्था णं महं पिच्छाघरमंडवं विउव्वइ। ____ अणेगखंभसय-संनिविटुं अन्भुग्गयसुकय-वरवेइया-तोरणवररइयसालभंजियागं सुसिलिट्ठ-विसिट्ठ- लट्ठसंठिय-पसत्थवेरुलिय-विमलखम्भं णाणामणिखचिय-उज्जल बहुसमसुविभत्तभूमिभाग।
ईहामिय-उसभ-तुरग-नर-मगर-विहग-वालग-किंनर-रुरु-सरभचमर-कुंजर-वणलय-पउमलय-भत्तिचित्तं । _ खंभुग्गय-वइरवेइया-परिगयाभिरामं विज्जाहर-जमल-जुयल-जंतजुत्तं पि व। ___ अच्चीसहस्समालणीयं, रूवगसहस्सकलियं, भिसमाणं भिन्भिसमाणं चक्खुल्लोयणलेसं सुहफासं सस्सिरीयरूवं कंचणमणियरण-थूभियागं णाणाविहपंचवण्ण-घंटा-पडागापरिमंडियग्गसिहरं चवलं मरीइकवयं विणिम्मुयंत।
लाइय-उल्लोइयमहियं गोसीस-सरस-रत्तचंदणं-दद्दरदिन्नपंचंगुलितलं, " उवचियचंदणकलसं, चंदणघड-सुकयतोरण-पडिदुवारदेसभागं। सूर्याभ वर्णन
Description of Suryabh Deve
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