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came out of curiosity, some came to obey the command of Suryabh Dev, some came to listen to his spiritual discourse that had not been heard earlier, some came to seek clarifications relating to spiritual discourses heard by them earlier, some came just to follow others, some came as a matter of faith in the Jina, some came as a mark of religious duty, some came considering it to be a family tradition. Then they all presented themselves before Suryabh Dev with their full grandeur immediately and without any undue delay. विमान-निर्माण का आदेश
२३. तए णं से सूरियाभे देवे ते सूरियाभविमाणवासिणो बहवे वेमाणिया देवा य देवीओ य अकालपरिहीणा चेव अंतियं पाउब्भवमाणे पासति, पासित्ता हट्ठतुट्ठ जाव हियए आभिओगियं देवं सद्दावेति, सद्दावित्ता एवं वयासी
खिष्णामेव भो ! देवाणुप्पिया ! अणेगखंभसयसंनिविट्ठ लीलट्ठियसालभंजियागं, ईहामिय - उसभ - तुरग - नर-मगर - विहग - वालग - किंनर - रुरु - सरभ - चमरकुञ्जर- वणलय - पउमलय - भत्तिचित्तं खंभुग्गय - वइरवेइयापरिगयाभिरामं विज्जाहरजमल-जुयलजंतजुत्तं पिव अच्चीसहस्समालणीयं रूवगसहस्सकलियं भिसमाणं भिब्भिसमाणं चक्खुल्लोयणलेसं सुहफासं सस्सिरीयरूवं घंटावलिचलियमहुरमणहरसरं सुहं कंतं रिसणिज्जं णिउण - उचियभिसिभिसिंतमणिरयण - घण्टियाजालपरिक्खित्तं जोयणसयसहस्सवित्थिण्णं दिव्वं गमणसज्जं सिग्घगमणं णाम जाणविमाणं विउव्वाहि, खप्पामेव यमाणत्तियं पच्चप्पिणाहि ।
२३. तत्पश्चात् सूर्याभदेव ने उन सभी सूर्याभ विमानवासी देवों और देवियों को शीघ्र अपने सामने उपस्थित देखकर हृष्ट-तुष्ट प्रफुल्ल हृदय हो, अपने आभियोगिक देव को बुलाया और बुलाकर इस प्रकार कहा
"हे देवानुप्रिय । तुम शीघ्र ही एक लाख योजन विस्तार वाला, सैकड़ों स्तम्भों वाला एक विशाल यान तैयार करो, जिसमें स्थान-स्थान पर हावभाव - विलास लीलायुक्त अनेक पुतलियाँ बनी हों। ईहामृग, वृषभ, तुरग, नर, मगर, विहग (पक्षी), सर्प, किन्नर, रुरु (बारहसिंगा ), सरभ (अष्टापद), चमरी गाय, हाथी, वनलता, पद्मलता आदि के चित्र अंकित हो । जो स्तम्भ पर बनी वज्र रत्नों की वेदिका से युक्त होने के कारण रमणीय दिखलाई दें। जिसमे बने हुए विद्याधरों के युगल यंत्रचालित - जैसे दिखाई देते हो । अपनी हजारों किरणों से जगमगाहट करते, हजारों रूपकों - चित्रों से युक्त होने से जो देदीप्यमान प्रतीत हो । दर्शकों
सूर्याभ वर्णन
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Description of Suryabh Dev
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