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प्रज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज २ ( ३७८ )
ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र डा 15 (4) Sudarshana, (5) Rupavati, (6) Bahurupa, (7) Surupa, (8) Subhaga, d 15 (9) Purna, (10) Bahuputrika, (11) Uttama, (12) Bharika, (13) Padma, ट P (14) Vasumati, (15) Kanaka, (16) Kanakprabha, (17) Avatamsa, 2 (18) Ketumati, (19) Vajrasena, (20) Ratipriya, (21) Rohini, (22) Navamika,S र (23) Hri, (24) Pushpavati, (25) Bhujaga, (26) Bhujagvati, (27) Mahakaccha, 15 (28) Aparajita, (29) Sughosha, (30) Vimala, (31) Suswara, and (32) Saraswati.”
र सूत्र ६६ : एवं खलु जम्बू ! तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे समोसरणं जाव परिसाई 15 पज्जुवासइ।
र सूत्र ६७ : तेणं कालेणं तेणं समएणं कमला देवी कमलाए रायहाणीए कमलवडेंसए भवणे ड 15 कमलंसि सीहासणंसि, सेसं जहा कालीए तहेव। नवरं-पुव्वभवे नागपुरे नयरे, सहसंबवणे टा
र उज्जाणे, कमलस्स गाहावइस्स कमलसिरीए भारियाए कमला दारिया पासस्स अरहओ अंतिए | 15 निक्खंता, कालस्स पिसायकुमारिंदस्स अग्गमहिसी, अद्धपलिओवमं ठिई।
र सूत्र ६६-७७ : जम्बू स्वामी के प्रश्न के उत्तर में सुधर्मा स्वामी ने प्रथम अध्ययन के सम्बन्ध में S 15 बताया-"जम्बू ! काल के उस भाग में राजगृह नगर में श्रमण भगवान महावीर विराजमान थे। टी र उसी समय कमला नाम की देवी, कमला नाम की राजधानी में कमलावतंसक भवन में, कमल नाम टा र के सिंहासन पर आसीन थी। शेष समस्त घटना काली देवी के कथानक के समान ही है। विशेषता 15 यह है कि पूर्व-भव के वर्णन में नगर का नाम नागपुर, चैत्य का नाम सहस्राम्रवन, गाथापति का ट
र नाम कमल, गाथापत्नी का नाम कमलश्री और पुत्री का नाम कमला था। मृत्यु-पर्यन्त कमला काल ड र नाम के पिशाचेन्द्र की अग्रमहिषी के रूप में जन्मी और उसकी आयु अर्ध पल्योपम की है। 5 66-67. On asking about the meaning of the first chapter Sudharma IP Swami said-Jambu! Shraman Bhagavan Mahavir was sitting in the St 15 Gunashil Chaitya in Rajagriha. At that time the goddess named Kamala was 15 sitting on a throne named Kamal in the Viman named Kamalavatansak in 15 the capital city named Kamala. All other details are the same as in the case 12 of Goddess Kali. The difference is that in the story of her earlier incarnations
5 the name of the Chaitya was Sahasramravan outside Nagapur city, the 15 name of the citizen was Kamal, the name of his wife was Kamalshri and that > of his daughter was Kamala. After her death she reincarnated as a principal र queen of Kaal, an Indra of the Pishach demigods. Her life-span is half SI P Palyopam. र सूत्र ६८ : एवं सेसा वि अज्झयणा दाहिणिल्लाणं वाणमंतरिंदाणं भाणियव्वाओ। सव्वाओ दा 5 नागपुरे सहसंबवणे उज्जाणे, माया-पिया धूया सरिसनामया, ठिई अद्धपलिओवमं। 6 (378)
JNĀTĀ DHARMA KATHĀNGA SŪTRA Fennnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnn
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