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STANNATTUN र ( ३७०)
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ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र डा
द्वितीय से पंचम अध्ययन
CHAPTERS 2-5
सूत्र ५0 : एवं सेसा वि चत्तारि अज्झयणा। सावत्थीए। णवरं-माया पिता सरिसनामया। 5 सूत्र ५0 : शेष चारों अध्ययन प्रथमानुसार ही हैं। नगरी का नाम प्रत्येक में श्रावस्ती है तथा दा र माता-पिता के नाम समरूप हैं १. निशुंभा-निशुंभ, निशुंभश्री; २. रंभा-रंभ, रंभश्री; ३. निरंभा-दी 5 निरंभ, निरंभश्री। और ४. मदना-मदन, मदनश्री। र 50. These four chapters are same as the first one. The name of the city | 5 was Shravasti in each case. The names of the parents also follow the same
rule : 2. Nishumbha-Nishumbh and Nishumbhshri, 3. Rambha-Rambh and Rambhshri, 4. Nirambha--Nirambh and Nirambhshri, and 5. MadanaMadan and Madanashri.
॥ बीओ वग्गो समत्तो ॥
॥ द्वितीय वर्ग समाप्त ॥ || END OF SECOND SECTION IT
जम
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15. (370)
JNĀTĀ DHARMA KATHĀNGA SUTRA
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