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र सोलहवाँ अध्ययन : अमरकंका
( १८९) 48. In the morning Bhadra called a maid servant and said, "Beloved of gods! Take water and other things to the newly weds for brushing teeth and washing face."
The maid servant did as told. When she entered the bedroom and saw Sukumalika worried and brooding, she asked, “Beloved of gods! Why are you 15 so sad and depressed?"
सूत्र ४९ : तए णं सा सूमालिया दारिया तं दासचेडिं एवं वयासी-‘एवं खलु देवाणुप्पिए !टी 15 सागरए दारए मम सुहपसुत्तं जाणित्ता मम पासाओ उद्देइ, उद्वित्ता वासघरदुवारं अवंगुणेइ, जावड़ा 5 पडिगए। ततो अहं मुहत्तंतरस्स जाव विहाडियं पासामि, गए से सागरए त्ति कट्टा र ओहयमणसंकप्पा जाव झियायामि।' 15 तए णं सा दासचेडी सूमालियाए दारियाए एयम₹ सोच्चा जेणेव सागरदत्ते तेणेवड 2 उवागच्छइ, उवागच्छित्ता सागरदत्तस्स एयमढें निवेएइ।
सूत्र ४९ : सुकुमालिका ने उस दासी को बताया-“हे देवानुप्रिये ! मुझे सुख से सोया जानकर 5 र सागर मेरे पास से उठा और कमरे का द्वार खोलकर भाग गया। मैं कुछ देर बाद उठी और द्वारा
र खुला देखकर समझ गई कि वह चला गया है। इसी कारण मैं भग्न मनोरथ होकर चिन्ता में पड़ दी 15 गई हूँ।"
र दासी यह बात सुनकर सागरदत्त सार्थवाह के पास गई और सारी बात बताई। 15 49. Sukumalika explained, “Beloved of gods! When he found me sleeping, 1 Sagar stealthily got up from the bed, opened the door of the room, and went ) P away. After some time when I awoke and found the doors of the bedroom
open I realized that Sagar had gone away. That is the reason I am sad and worried."
The maid servant immediately went to merchant Sagardatt and told ] everything. द सागर नहीं लौटा 5 सूत्र ५० : तए णं से सागरदत्ते दासचेडीए अंतिए एयमढे सोच्चा निसम्म आसुरुत्ते जेणेव । 5 जिणदत्तसत्थवाहगिहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता जिणदत्तं सत्थवाहं एवं वयासी-'किं णं र देवाणुप्पिया ! एवं जुत्तं वा पत्तं वा कुलाणुरूवं वा कुलसरिसं वा, जं णं सागरदारए सूमालियंट 5 दारियं अदिट्ठदोसं पइव्वयं विप्पजहाय इहमागओ ?' बहूहिं खिज्जणियाहि य रुंटणियाहि यदा
उवालभइ। 5 सूत्र ५० : दासी से यह वृतान्त सुन-समझ कर सागरदत्त बहुत क्रोधित हो गया और सीधादा 15 जिनदत्त के घर पहुँचा। उसने जिनदत्त से कहा-“देवानुप्रिय ! क्या यह योग्य है ? उचित है? क्या ड 115 CHAPTER-16 : AMARKANKA 卐nnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnnn
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