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LADUDDDDDDDDDDDDDDDDDUUUUUUU 5 चौदहवाँ अध्ययन तेतलिपुत्र
( १२१) SI र सूत्र १८ : “देवानुप्रिये ! राजा कनकरथ राज्यासक्ति के कारण अपने पुत्रों को अपंग कर देता दी 15 है (पूर्वसम)। यह बालक राजा का पुत्र और रानी पद्मावती का आत्मज है। इस कारण हे ड र देवानुप्रिये ! इस बालक का लालन-पालन राजा से छुपाकर करना है। यही बालक बड़ा होकर र तुम्हारा, मेरा और रानी पद्मावती का जीवन-आधार बनेगा।" इन शब्दों के साथ तेतलिपुत्र ने उस द 5 नवजात शिशु को पोट्टिला के पास रख दिया और उसके पास से उसकी मृत कन्या को उठा लिया। ड र मृत बालिका को उत्तरीय से ढक वह अन्तःपुर के पिछले छोटे से द्वार से प्रवेश कर पद्मावती देवी ही र के पास पहुँचा। मरी हुई लड़की को रानी के पास रखकर वह वापस लौट आया। 15 18. “Because of his covetous attitude King Kanak-rath disfigures all his s 5 sons. This new born is the son of King Kanak-rath and Queen Padmavati.
That is why, Beloved of gods! we have to take his care and bring him up without allowing the king to know. This infant is going to be your, mine, and
the queen's mentor when he grows up." With these words Tetaliputra placed 5 the infant near Pottila and picked up her dead daughter. Covering it with his 5 shawl he took the body stealthily into the palace, placed it near the queen 15 and returned back.
र सूत्र १९ : तए णं तीसे पउमावईए अंगपडियारियाओ पउमावइं देविं विणिहायमावन्नियं च 15 दारियं पयायं पासंति, पासित्ता जेणेव कणगरहे राया तेणेव उवागच्छंति, उवागछित्ता करयल
र जाव एवं वयासी-“एवं खलु सामी ! पउमावई देवी मइल्लियं दारियं पयाया।" 15 सूत्र १९ : रानी की परिचारिकाओं ने रानी और उसके पास पड़ी मृत कन्या को देखा और डा 15 राजा कनकरथ के पास जा अभिवादन कर बोलीं-“स्वामी ! पद्मावती देवी ने मृत कन्या को जन्म S र दिया है।"
19. When the maid servants of the queen saw the dead infant lying near 5 the queen they rushed to King Kanak-rath and informed him, "Sire! Queen 15 Padmavati has given birth to a dead daughter.”
र सूत्र २0 : तए णं कणगरहे राया तीसे मइल्लियाए दारियाए नीहरणं करेइ, बहूणि दा 15 लोइयाइं मयकिच्चाई करेइ, कालेणं विगयसोए जाए। र सूत्र २० : राजा कनकरथ ने मृत कन्या का परम्परानुसार अन्तिम संस्कार किया और कुछ द 5 समय के बाद शोकमुक्त हो सामान्य जीवन बिताने लगा। ? 20. King Kanak-rath performed the traditional last rites of the infant. 2 3 With passage of time the pangs of sorrow dulled and he resumed his normal ?
life. 5 सूत्र २१ : तए णं तेयलिपुत्ते कल्ले कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ, सदावित्ता एवं वयासी-ड
"खिप्पामेव चारगसोधनं करेह जाव ठिइवडियं दसदेवसियं करेह कारवेह य, एयमाणत्तियंट PCHAPTER-14 : TETALIPUTRA
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