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ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र
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and the victorious moment according to astrology; as such, it is a good moment to commence an overseas voyage.” The helmsmen, peddlers, and other sailors along with the merchants and other passengers took charge of their respective duties and stations. At last the mooring lines of this auspicious ship, loaded with merchandise, were cast off.
सूत्र ५३. तए णं सा णावा विमुक्कबंधणा पवणबलसमाहया उस्सियसिया विततपक्खा इव गरुडजुवई गंगासलिल-तिक्खसोयवेगेहिं संखुब्भमाणी संखुब्भमाणी उम्मी-तरंग-मालासहस्साइं समतिच्छमाणी समतिच्छमाणी कइवएहिं अहोरत्तेहिं लवणसमुदं अणेगाइं जोयणसयाई ओगाढा।
सूत्र ५३. पवन के धक्के से वह नाव चल पड़ी। सफेद पाल चढ़ी वह नाव ऐसी लगती थी जैसे पंख फैलाए कोई युवा गरुड़ी उड़ रही हो। गंगा नदी के तीव्र प्रवाह से वेग प्राप्त कर सहनों छोटी-बड़ी लहरों को पार करती वह नाव कुछ ही दिनों में लवण समुद्र में कई सौ योजन दूर चली गई।
53. The force of wind pushed the ship. With white sails it appeared as if an eagle was gliding with its wings spread. The rapid flow of the Ganges added to its speed and crossing thousands of large and small waves, it went hundreds of Yojans ahead on the Lavana sea within a few days. भयावह आकृति
सूत्र ५४. तए णं तेसिं अरहन्ननगपामोक्खाणं संजत्तानावावाणियगाणं लवणसमुदं अणेगाइं जोयणसयाइं ओगाढाणं समाणाणं बहूई उप्पाइयसयाई पाउब्भूयाइं। तं जहा__ सूत्र ५४. इतनी दूर समुद्र में आ जाने पर अर्हन्नक तथा उसके सहयात्रियों को अनेक उत्पातों का सामना करना पड़ा।
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HORRIFIC APPARITION
54. When they reached so far on the sea Arhannak and his companions came across numerous troubles and problems.
सूत्र ५५. अकाले गज्जिए, अकाले विज्जुए, अकाले थणियसबे, अभिक्खणं आगासे देवताओ णच्चंति, एगं च णं महं पिसायरूवं पासंति।
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JNATA DHARMA KATHANGA SUTRA
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