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ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र
चित्र परिचय THE ILLUSTRATIONS EXPLAINED
दीक्षा महोत्सव चित्र : १६ ___ वासुदेव श्रीकृष्ण की आज्ञानुसार थावच्चा पुत्र का भव्य निष्क्रमणमहोत्सव किया गया। एक हजार पुरुषों द्वारा उठाई जावे ऐसी एक हंसमुखी विशाल शिविका में थावच्चा पुत्र बैठे हैं। उनके दोनों तरफ दो सुहासिनी चँवर बीज रही है। वासुदेव की चतुरंगिणी सेना एवं द्वारिका के श्रेष्ठी-सार्थवाह सेनापति आदि सभी वर्ग के नागरिक दीक्षा शोभा यात्रा में सम्मिलित होकर अर्हत् अरिष्टनेमि के सानिध्य में पहुँच
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(अध्ययन ५)
RENUNCIATION CEREMONY
ILLUSTRATION : 16
A grand renunciation ceremony is organized as per the instructions of Krishna Va:zudev. Thavacchaputra is riding a swan shaped palanquin lifted by a thousand persons. Two beautiful maids standing on his flanks are plying whisks. The procession, attended by citizens from all walks of life as well as the Vasudev's army, reaches near Arhat Arishtanemi.
(CHAPTER-5)
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JNĀTĀ DHARMA KATHĀNGA SŪTRA
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