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ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र
Camga
सूत्र ४. एक बार सूर्यास्त के बाद और संध्या के भी बीत जाने के बाद जब लोग अपने-अपने घरों में विश्राम कर रहे होते हैं, कोई बिरले ही घूमते-फिरते दिखाई देते हैं, उस समय उस झील में से आहार की इच्छा से दो कछुए बाहर निकले। वे झील के. आसपास अपने आहार की खोज में इधर-उधर घूमने लगे।
THE TURTLES
4. One day late in the evening when most of the people rest at home, only rarely some one is seen moving around, two turtles emerged out of the lake with a desire to eat. They started moving around at the bank in search of food.
सूत्र ५. तयाणंतरं च णं ते पावसियालगा आहारत्थी जाव आहारं गवेसमाणा मालुयाकच्छयाओ पडिणिक्खमंति। पडिणिक्खमित्ता जेणेव मयंगतीरे दहे तेणेव उवागच्छति। उवागच्छित्ता तस्सेव मयंगतीरद्दहस्स परिपेरंतेणं परिघोलेमाणा परिघोलेमाणा वितिं कप्पेमाणा विहरंति।
तए णं ते पावसियाला ते कुम्मए पासंति, पासित्ता जेणेव ते कुम्मए तेणेव पहारेत्थ गमणाए।
सूत्र ५. उधर भोजन की तलाश में वे दोनों पापी सियार भी झुरमुट से निकले और झील के किनारे आकर चारों तरफ आहार की खोज करने लगे। सियारों को वे कछुए दिखाई दिये तो वे उनकी तरफ आने को तत्पर हुए।
5. Those two evil jackals also came out of the thicket in search of a prey and started looking around. When these jackals saw the turtles they turned and moved in their direction
सूत्र ६. तए णं ते कुम्मगा ते पावसियालए एज्जमाणे पासंति। पासित्ता भीता तत्था तसिया उव्विग्गा संजातभया हत्थे य पाए य गीवाओ य सएहिं सएहिं काएहिं साहरंति, साहरित्ता निच्चला निफंदा तुसिणीया संचिट्ठति। __ सूत्र ६. उन कछुओं ने जब सियारों को आते देखा तो वे डर गये। त्रास से उद्विग्न होकर तथा अत्यन्त भयभीत होकर उन्होंने अपने पैरों और गर्दन को शरीर के भीतर समेट लिया। ऐसी स्थिति में वे निश्चल, निस्पन्द और शांत हो ठहर गये। ___6. When the turtles saw the jackals they were afraid. They became so acutely fearful that in panic they withdrew their limbs and neck
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JNĀTA DHARMA KATHANGA SUTRA
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