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प्रथम अध्ययन : उत्क्षिप्त ज्ञात
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will help us recall this image of Megh Kumar on various festive occasions like days of achievements, ceremonies, birth celebrations, specific dates of festivals, Indra festival, snake worship, Kartik Purnima (full moon of the month of Kartik) and others." Queen Dharini then placed the chest near the head of her bed.
सूत्र १०७. तए णं तस्स मेहस्स कुमारस्स अम्मापियरो उत्तरावक्कमणं सीहासणं रयावेन्ति। मेहं कुमारं दोच्चं पि तच्चं पि सेयपीयएहिं कलसेहिं पहावेन्ति, ण्हावेत्ता पम्हलसुकुमालाए गंधकासाइयाए गायाइं लूहेन्ति, लूहित्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाई
अणुलिंपति, अणुलिंपित्ता नासानीसासवायवोझं जाव हंसलक्खणं पडगसाडगं नियंसेन्ति, नियंसित्ता हारं पिणद्धति, पिणद्धित्ता अद्धहारं पिणद्धति, पिणद्धित्ता एगावलि मुत्तावलिं कणगावलिं रयणावलिं पालंबं पायपलंबं कडगाई तुडिगाइं केऊराइं अंगयाइं दसमुद्दियाणंतयं कडिसुत्तयं कुंडलाइं चूडामणिं रयणुक्कडं मउडं पिणद्धति, पिणद्धित्ता दिव्वं सुमणदामं पिणद्धति, पिणद्धित्ता दद्दरमलयसुगंधिए गंधे पिणद्धति।।
तए णं तं मेहं कुमारं गंठिम-वेढिम-पूरिम-संघाइमेणं चउव्विहेणं मल्लेणं कप्परुक्खगं पिव अलंकियविभूसियं करेन्ति। __ सूत्र १०७. मेघकुमार के माता-पिता ने तब उत्तर दिशा की ओर सिंहासन रखवाया। मंघकुमार को दो तीन बार सफेद और पीले कलशों से नहलाया। कषाय रंग के अत्यन्त कोमल और रोएँदार तौलिये से उसके शरीर को पोंछा और गोशीर्ष चन्दन का लेप किया। साँस से उड़े ऐसे अत्यन्त महीन और हंस के समान सफेद वस्त्र पहनाए और फिर ये सब आभूषण पहनाए-हार, अर्द्धहार, एकावली, मुक्तावली, कनकावली, रत्नावली, प्रालंब, पाद प्रालम्ब, कड़े, तुटिक, केयूर, अंगद, अंगूठियाँ (दस), कंदोरा, कुंडल, चूड़ामणि और गड़ित मुकुट। आभूषणों के बाद फूलों की मालाएँ पहनाई और तब मिट्टी के बर्तन में नपाकर निकाला हुआ चन्दन का सुगंधित तेल शरीर पर लगाया।
... सबक बाद मेघकुमार को चार तरह की फूल मालाओं से सजाया गया; वे इस प्रकार हैं-पिरोकर बनाई हुई, लपेटकर बनाई हुई, भरकर बनाई हुई और गूंथकर बनाई
___107. Megh Kumar's parents arranged for a throne and got it placed facing the north. Water was poured over Megh Kumar from white and yellow coloured urns two to three times. His body was rubbed dry with gray coloured soft woolly towels and, sandal wood paste was applied
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CHAPTER-1: UTKSHIPTA JNATA
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