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कषाय त्याग संग्रह-निषेध संयम-ध्रुवयोग सहिष्णुता का उपदेश तितिक्षा एवं अभय भाव संयम और अमूच्छभिाव परनिन्दा-आत्म प्रशंसा निषेध
384 Abandon Kashaya ३४६ Negation of Storing ३४७ Perfect Discipline ३४८ Be Tolerant 349 Attitude of Tolerance and Amnesty ३५२ Discipline and Detachment ३५४ Negation of Insult to Others and
Self-Praise
345 347 348 348 351
352
354
प्रथम चूलिका : रतिवाक्या
३५७-३७२
First Addendum: Aphorisms of Discipline
357-372
368
371
प्राथमिक ३५७ Introduction
358 अष्टादश स्थान ३५९ The Eighteen Things
360 भोगासक्त भविष्य को नहीं देखता ३६३ Licentious is Blind to Future
364 संयम से गिरते हुए को चेतावनी ३६४ Warnind to the Lax Ascetic
364 देवता की उपमा ३६४ The Metaphor of God
364 राजा की उपमा ३६५ The Metaphor of King
365 मत्स्य की उपमा ३६६ The Metaphor of Fish
366 पंकमग्र हस्ती की उपमा
३६६ The Metaphor of an Elephant Caught in Swamp
366 संयम के सुख
३६७ The Bliss of Discipline संयमभ्रष्ट की दुर्दशा
३६८ The Misery of the Indisciplined 368 यह दुःख भी अल्पकालिक है
३७0 This Sorrow is Short-Period
-.-.-.-.-.-.-.-.द्वितीय चूलिका : विविक्त चर्या ३७३-३८६ Second Addendum : Proper
Routine
373-386 -.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.प्राथमिक ३७३ Introduction
374 अनुस्रोत : प्रतिस्रोत
३७५ With and Against the Flow चर्या, गुण एवं नियम ३७७ Routine, Virtues and Rules
377 चर्या का स्वरूप
३७७ The Routine ममत्व वर्जन ३८१ Negating Affinity
381 अनासक्त विहार ३८२ Detached Movement
382 आत्म-संप्रेक्षा ३८३ Critical Review
384 -.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.-.परिशिष्ट :
Appendix : १. गाथाओं की अनुक्रमणिका ३८७-३९६ 1. Alphabetical List of Verses 387-396 २. दशवैकालिक के सुभाषित ३९७-४१२ 2. Dashavaikalika Sutra 397-412
375
378
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(३४)
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