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(contaminated with living organism) water and throw sachit sand on each other. Unacceptable food may have to be eaten and food meant for others may have to be snatched. Therefore that disciplined ascetic should not think of going to such crowded or restricted feast with an intention to seek food.
विवेचन-'आइण्णोवमाणं'-चूर्णिकार ने इन दोनों शब्दों की व्याख्या की है-आइण्ण चरगादीहिं। 'ओमाणं'-सतस्स भत्ते कते सहस्सं आगतं णाऊण माणं ओमाणं अर्थात् चरक आदि भिक्षाचरों से आकीर्ण का नाम आकीर्णा है तथा सौ के लिए भोजन बनाया गया था, किन्तु भोजनार्थी एक हजार आ गये जानकर जिसमें भोजन कम पड़ गया, उसे 'अवमाना' संखडि कहते हैं। ___Elaboration-The commentator (Churni) has explained 'ainnovamanam'-ainna (crowded) and 'omanam' (restricted) as-a feast crowded with beggars like charak and others is called ainna or akirna or crowded feast; a feast where food has been prepared for one hundred and one thousand or unlimited guests arrive causing a shortage of food, is called omanam or avamana or restricted feast.
विशेष शब्दों के अर्थ-अक्कन्तपुव्वे-परस्पर आक्रान्त होना-पैर से पैर टकराना, दब जाना
या ठोकर लगना। संचालियपुव्वे-एक-दूसरे पर हाथ चलाना, धक्का देना। आवडियपुव्वे-पात्र से 1. पात्र टकराना, रगड़ खाना। संघट्टियपुव्वे-सिर से सिर का स्पर्श होकर टकराना। संखोभियपुवे
शरीर से शरीर का संघर्षण होना। अभिहयपुव्ये-परस्पर प्रहार करना। परिघासियपुव्वे-परस्पर
धूल उछालना। ओसियपुव्वे-परस्पर सचित्त पानी छींटना। परिभुत्तपुव्वे-पहले स्वयं आहार का - उपभोग कर लेना। पडिगाहियपुव्वे-पहले स्वयं आहार ग्रहण कर लेना। अट्ठीण-हड्डियों का।
मुट्ठीण-मुक्कों का। लेलुणा-ढेले से या पत्थर से। कवालेण-खप्पर से, ठीकरे से। ___ स्वादिष्ट भोजन-पानी की आशा से वहाँ जाने का बार-बार निषेध करने की पुनरावृत्ति करके भी शास्त्रकार ने इस बात को जोर देकर कहा है केवली भगवान ने कहा है-"यह दोषों का आयतन है या कर्मों के बन्ध का कारण है।'' ऐसे बृहत् भोज में जाने से साधु की साधना की प्रतिष्ठा गिर जाती है। ___Technical Terms : Akkantapuvve (akrantapurve)-hitting or treading on or crushing each others feet. Sanchaliyapuvve-to touch or push each other with hands. Avadiyapuvve--touching or scratching of each others pots. Sanghattiyapuvve-touching and banging of each others heads. Sankhobhiyapuvve-touching or rubbing of bodies. आचारांग सूत्र (भाग २)
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Acharanga Sutra (Part 2)
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