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for Nirgranth and detached ascetics; it has been thatched with hay or other such things; it has been cleaned, ground, polished and leveled; it has been plastered; it has been decorated and fumed with incense; or other such sinful activities were involved in preparing it. If it is so, such sthandil should not be used by an ascetic for excreta disposal.
२९७. से भिक्खू वा २ से जं पुण थंडिलं जाणेज्जा इह खलु गाहावइ वा गाहावइपुत्ता वा कंदाणि वा मूलाणि वा जाव हरियाणि वा अंताओ वा बाहिं णीहरंति, बहिआओ वा अंतो साहरंति, अण्णयरंसि वा तहप्पगारंसि थंडिलंसि णो उच्चार-पासवणं वोसिरेज्जा।
२९७. साधु-साध्वी यदि ऐसे स्थण्डिल को जाने कि गृहपति या उसके पुत्र आदि कन्द, मूल यावत् हरी अन्दर से बाहर ले जा रहे हैं या बाहर से भीतर ले जा रहे हैं अथवा उस प्रकार की किन्हीं सचित्त वस्तुओं को इधर-उधर कर रहे हैं, तो उस प्रकार के स्थण्डिल में साधु-साध्वी मल-मूत्र आदि विसर्जन न करे।
297. A bhikshu or bhikshuni should find if aquatic bulbous roots, green vegetables (etc.) are being brought out from or taken
in the sthandil; being shifted from one place to another within . the sthandil by a householder, his son (etc.). If it is so, such sthandil should not be used by an ascetic for excreta disposal.
२९८. से भिक्खू वा २ से जं पुण थंडिलं जाणेज्जा खधंसि वा पीढसि वा मंचंसि वा मालंसि वा अट्टसि वा पासायंसि वा, अण्णयरंसि वा थंडिलंसि णो उच्चारपासवणं वोसिरेज्जा।
२९८. साधु-साध्वी ऐसे स्थण्डिल को जाने, जोकि स्कन्ध (दीवार या पेड़ के स्कन्ध) पर चौकी (पीठ) पर, मचान पर, ऊपर की मंजिल पर, अटारी पर या महल पर या अन्य किसी विषम या ऊँचे स्थान पर बना हुआ है, तो उस प्रकार के स्थण्डिल पर वह मल-मूत्र विसर्जन नहीं करे।
298. A bhikshu or bhikshuni should find if a sthandil is located on a pillar, platform, scaffold, second storey, top of a palace, roof of a building or other such higher place. If it is so,
उच्चार-प्रस्त्रवण-सप्तिका : दशम अध्ययन ( ४१३ ) Uchchar-Prasravan Saptika : Tenth Chapter of
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