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________________ रायपसेगी। W एवत्ता समाणे जाव पडिणित्ता मूरियामे विमाणे सिघाड जावयच्चणिय करेंद्र जेणेव सूरियाभेदेवे जाव पच्चप्पियति ततेा से सूरियाभेदेवे जगणे गादापुष्करिणी ते णेव उवागच छ गदापुक्ख रिणी अपवाहिणी करमाणे पुररात्यमिल्लेण तिसोमाया पsिhar एण पच्चरुहति २ इत्यपाए पक्खालेद गदापुष्करिणीट पच्च त्तर जेणेव सभासदस्मा' ते गोव उपधारत्वगमणाण तर्त से सूरियाभेदेवे चउहि सामाणिय साहस्मीहि जाव सोलसहि याय रक्ख देवसाहस्सीहि श्रयगोवि बहूहि मूरियाभ विमाणवासीहि विमाणिएहि देवेति देवीहिय सहिमपरिवुडे सव्विट्ठिए नाव गाई यरवेण जेणेव सभा मुहम्मा तेणेव उवागच्छद्र र सभ सुहम्म पुरथिमिल्लेण दारेण श्रणुपविसति २ जेणेव सीहासणे तेव वागच्छद् २ मीहासणवरगए पुरित्याभिमुद्दे सणसणे तया तस सूरिया देवस्त अवरुत्तरेण उत्तरपुरत्थिमेा चत्तारि करोति कृत्वाचीत्तरणूवानन्दापुष्करिणी मनुमदक्षिणी कुर्वन् पूर्वतीरणेनानुप्रविशति अनुप्रविश्य च हस्तपादौ प्रचालयति मक्ष्यालय नन्दापुष्करिण्या प्रत्यवतीयं सामानिकादि परिवारसहित । सर्वश यावद्दन्दुभिनिर्घोषनादितरवेण सूर्याभ विमाने मध्य मध्येन समागच्छन् यव सुधर्मसभा तथा गत्यता पूर्वद्वारेण प्रविशति प्रविश्य मणिपीठिकाया उपरिसिहासने पूर्वाभिमुखी निपीत तत तेह्र अभियोगी देवा मूरियाभद्र देवद्र इम कह्या तहत्तिकरीशयजोडासाभल सूवाभ विमान नइविषद्र शृ गादिकप यदू" विकदेकसपले पूजापाठसर्व कहिवड करटू जिहा सूर्याभ देव तिहा आवीनइ नमस्कारकरइकरीनाचा ऊपराठीसउपर तिहारपछीतेड सूर्याभ देव जिहां नदा पुष्कारणी तिहा जाइ नदापुष्करणीप्रति पयुप्रदक्षणानी करतव्थकर पूर्वनद पाउडाइमाहि ऊतरह हाथ पग पखालेद नदापुष्करणीथकी बाहरिनीसरह जिहा सभा सुधम्र्म्मा तिहा प्रवर्त्त तउजादूभणी तिहारपछी तेह मूयाभ देव स्यारइ सहस्रसामानिकदेवताद्रव्यारमनुमपीतय परिपदा मोलसह आत्मरक्ष देवता सहस्र अनेरइपणि धड सूयाभ विमान वासी वैमानिकर देव देवी साथ परवररथक सर्वऋद्धि सवबल सववाजिववागतद्द जिहां सभा सुधर्मा तिहा जाइ सभा सुधम्माप्रति पूवनद्र द्वार प्रवेशकरदूयडसीन जिहा सिहासन तिहा जादू जदून्द्र सिहांमननविपद्पुल नुघकु पूर्वसन्मुखकरी बडठच तिहारपछी तेहन्द्र सूर्या २०२
SR No.007379
Book TitleAgam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Shwetambar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Dhanpatsinh Bahadur
PublisherRai Dhanpatsinh Bahadur
Publication Year1917
Total Pages289
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Conduct, F000, F999, & agam_rajprashniya
File Size9 MB
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