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हैदराबाद जिला।
[१६६ हरएक तरफ भीतपर भी लम्बी नग्न मूर्तियां हैं जिनमें कुछ हानि आगई है । छतमें बड़ा कमल मध्यमें है तथा बहुत कुछ रंगावेजी है यद्यपि धूआं छा गया है।
जगन्नाथ सभा । __ दूसरी बड़ी गुफा इस जैन समुदायमें जगन्नाथ गुफा है जो इन्द्र सभाके पास है । इस गुफाका सभास्थान ३८ फुट चौकोर है । इसमें जो रचना है वह बिलकुल नष्ट होगई है। सभास्थानसे एक जीना बड़े कमरेके दाहने कोनेकी तरफ गया है । यह कमरा ५७ फुट चौड़ा व ४४ फुट गहरा है। करीब १४ फुट ऊंचा है। १२ बड़े २ खंभे छतको संभालते हैं तथा दो खंभे सामने हैं । बाहर हरएक कोनेपर एक बड़े हाथीका मस्तक है । हरएक खंभेके सामने बीचमें मनुष्योंके व इधर उधर पशुओंके चित्र हैं, उपर छोटे२ वृक्षोंकी नांदे हैं उनपर मनुष्योंके व दूसरे चित्र हैं । इसके उपर
और भी चित्रकारी हैं । इसकी नीचेकी चट्टान इन्द्रसभाके नमूनेकी है, परंतु छोटी है । कमरा नीचेका २४ फुट चौकोर व १३॥ फुट ऊंचा है । चार खंभे छतको थांभे हैं । सामने एक छोटा वरामदा है। भीतपर दो चौकोर खंभे हैं। दो खंभे वरामदेसे कमरेको जुदा करते हैं । जिसमें दो वेदियां हैं बाई ओर श्री पार्श्वनाथ भगवान हैं ऊपर सर्पफण हैं व चमरेंद्र आदि हैं तथा दाहनीतरफ श्री गोम्मटस्वामी हैं। भीतके छः स्थानोंपर दूसरी पद्मासन तीर्थकरकी मूर्तियां हैं । वरामदेमें बाईं तरफ इंद्र है व दाहनी तरफ इन्द्राणी हैं । भीतरके मंदिरमें एक छोटे कमरेके द्वारा जाना होता है। द्वारपर सुन्दर तोरण है । यह कमरा ९ फुटसे ७ फुट व १०