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________________ पढ़ लीजिये। श्रीसंघ-शिवगंज की ओर से ज्ञानखाते के रु९५०) का हिसाब / 170) आदर्श शिक्षा की लिखाई छपाई वगैरह पुस्तकें 100 54 0 प्राचीन जैन इतिहास संग्रह भाग पहला 100 130 // 10) , दूसरा , 100 (इस पुस्तक के अलावा दो फार्म तथा लिखाई का खर्चा भी शामिल है 60) प्राचीन जैन इतिहास संग्रह भाग तीसरा पुस्तकें 100 47) , चौथा 1008 18) रेल्वे पासलसे कापरडाजी व फलोदी पुस्तकें आई जिनका खच 10) पर्युषणों को क्षमापना पत्रिकाएं 500 के / ca) बचत रहा वह ज्ञानखाते लगाया गया 500) शाह होराचन्दजी पोरवाल का ज्ञानखाता के रु. 250) का हिसाब / 99 // // श्री ज्ञानचौबीसी पुस्तक 1000 की छपाई 120 // जड़ चैतन का सम्बाद 1500 की छपाई 18 // रेलवे पार्सल से पु तकें आई जिनका खर्चा 11 पुस्तकें 3 आई जिनका वी+पी खर्च 250) आपका जोरावरमल वैद्य मुहता फलोदी ( मारवाड़) आदर्श प्रेस (केसरगंज डाकखाने के पास ) अजमेर में छपी। ओसवाल समाज के इस प्रेस में छपाई बहुत उमदा, जल्दी और सस्ती होती
SR No.007288
Book TitlePrachin Jain Itihas Sangraha Part 02 Jain Rajao ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar Maharaj
PublisherRatnaprabhakar Gyanpushpamala
Publication Year1936
Total Pages66
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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