SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 624
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ शब्दानुक्रमणिका रोग (सोलह )३०९-३१० लाक्षारस १५० रोग, ध्याधि और आतंक में अन्तर ३१० लाट ३, ३ नोट, ३२, ६८, १२०, १२६ रोगों का उपचार ३०८-१ नोट, १७६, १८२ नोट, २११, २६५, रोगों के प्रकार ३०९-१० ३५९, ३६५ नोट, ४३० नोट, ४८९ रोगजन्य कष्ट ४०२-३ लाढ़ (राढ=पश्चिम बंगाल) ११, १४, रोगी को वैद्य के घर ले जाना ४०२-३ ४६५, ४८५-४८६ रोगोत्पत्ति के कारण ३१०-११ लाभ १६८-९ रोट्टग १९५ लावारिस संपत्ति का मालिक राजा ११२ रोमक ९४, ४६४, ४९६ लासक (अनार्य देश) १६१ रोरुक ४८२, ५१४ नोट लासक (भांड) ४३९ रोहक (नट) २३० लिंगच्छेद ८३ नोट रोहगुप्त १५, १९ (अथवा षडुलुक) लिंगपूजा ४३३ नोट रोहगुप्त ३४० लिखना (मिट्टी पर)३०० नोट रोहिणी ९३, ९३ नोट,५०२ लिखना (पत्र और वल्कल पर) रोहिणी (विद्या)३४६ ३०१ नोट रोहिणेय (चोर) ८१ नोट लिच्छवी ९, १२, ३३, ९९, ३८०, ४७४, रोहीतक (रोहतक) ४३२ नोट ५१२, ५१२ नोट लिपि ( अठारह )३०१-३ लंख ३६९, ४३९ लिपियां (अन्य )३०३ लंगर (जहाज का) १७२, १८५ लिप्पासन (मषीपात्र)३०० लकड़ी के खिलौने १७८ लुहार, कुम्हार आदि कर्मकर १४५-७ लकुट १०७ लेखन ३००-५ लकुस (अनार्य देश) १६१ लेखनसामग्री ३०० लक्षण ३५०, ३५१ लेखशाला ३०० लक्षण और चिह्न २९७, २९७ नोट लेखाचार्य ३०० लक्षणा (कृष्ण की रानी) ५०३ लेखिका (दासी) २५९ लक्षणावती २७० लेन-देन और साहूकारी १९० लक्ष्मण ५०० लेप्पकार (पलस्तर की वस्तुएं बनाने लताओं के नाम १२९, १३६ वाले) २२२ लयन (गुफा) ३३७ लेप्यक (यक्ष)४४३ ललितविस्तर ६४ लेश्या ( अभिजाति)१६ ललिता (गोष्ठी) २७९ लेहणी (लेखनी)३०० ललितासनिक ३६४ लोकपाल ४३५ लवणसमुद्र (हिन्द महासागर) १७२, लोकायत २९५, २९५ नोट ३५३, ३७४ लोमहर ७१ लांगूल (हल) ४३३ नोट लोमहस्तक ४३७ लांगूली (बलदेव) ४३३ लोहजंघ (पत्रवाहक) ९३, ५१९ लाक्षागृह (जतुगृह)३३५, ३३५ नोट | लोहपट्ट २९९
SR No.007281
Book TitleJain Agam Sahitya Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJagdishchadnra Jain
PublisherChaukhambha Vidyabhavan
Publication Year1965
Total Pages642
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size40 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy