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________________ आक्रान्त (चोर) ७२ आखेट १३७ - १४० आख्यायक (ज्योतिष ) ४३९ आख्यायिकायें २९९ आगन्तुक (व्रण) ३१५ आगरा ५ आगम- सिद्धान्त २६ आगम (चार) २८ नोट आगमों की टीकाएं ३५-३७ आगमों की पदसंख्या ३४ नोट आगमों की भाषा ३१-२ आगमों का महत्व ३०-३१ आगमों की वाचनाएं २९-३० आगमों की संख्या २६-२८ आगमों की संख्या का ह्रास ३४ आगमों की प्रामणिकता ३४-५ आगमों की विषयवस्तु ३४ नोट आगमों में उल्लिखित राजा-महाराजा शब्दानुक्रमणिका ४९१-५२५ आगमों में परिवर्तन और संशोधन आचारांग ३४, २०६ आचारांगचूर्णी २६४ आचार्य ( तीन ) २८६ आचार्य व १९ ३२-३४ आगमों में विसंवाद ३२-३३ आगमण िगह ४०२ आभीर (देश) ४८९ आग्नेयकीट (भ्रमरकरण्डक ) ७४ नोट आभीर ( अहीर ) १३२, १७१ आडम्बर यक्ष (हिर डिक्क ) ३५८, ४३३, ४४३ आत्मघात के प्रकार ३७५ आभण (विद्या) ३४६ नोट आदंस (शीशा) ३३८ आदर्श (विद्या) ३४६ आदर्शगृह (सीसमहल ) ३३४ आदि तीर्थंकर (आदिनाथ ) ३-४ आदि तीर्थंकर (ऋषभदेव ) आदित्यरथ ( राजा ) ९२ नोट, २६१ आनन्द ( बुद्ध के शिष्य ) ४९२ नोट आनन्द गृहपति १४, १२१, १६४, १६८, १८१, १९०, २२९, ४७५ आनन्द गृहपति १६१ आनन्दपुर १७८, ३६५, ३७३, ४८९ आन्ध्र ४५८, ४७२, ४८७, ५२३ आपणगृह १८७ आपत्तिकाल में वेदों का रहस्य २०२ आभिचारुका ( विद्या ) ३४२ आबु ( अर्बुदाचल ) आभियोगिक ३४४ अभिषेक्य हस्तिरत्न ९८ ४१९-२१ धर्म आजमगंज ९ आजीविक ५ नोट, १३, १५, १६, १७, आभूषणों का उपयोग २१७ ३३ आभोगिनी ३४२ आजीविक मत के उपासक ४२०, ४२० आमशषधि ३४३ नोट ५५७ आभीरी ( अहीरनी ) २९०, २९१ आभूषण और रन आदि १४२-५ आभूषण ( चौदह ) १४२-३ आभूषण (विशाखा के ) १४२ नोट आभूषण ( हाथी-घोड़ों के ) १४३ आमलकप्पा ४४६ अमोद-प्रमोद २१६ -८, ३५९ आमोष (चोर) ७१ आजीविक साधु ४२० आजीविकों के तप १६ नोट आजीविय ( आजीवक ) श्रमण ३८१, आम्र-पेशी, भित्त ( आधी फांक ), साला (छिलका), डालग (गोल टुकड़े ), चोयग (छा ) १२९
SR No.007281
Book TitleJain Agam Sahitya Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJagdishchadnra Jain
PublisherChaukhambha Vidyabhavan
Publication Year1965
Total Pages642
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size40 MB
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