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पा6 - ७
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ગણ - ૯ આજ્ઞાર્થ & વિધ્યર્થ + કર્મણિ ३५ो :-1. ज्ञा [जा] = oner. Gमय५६ - &
પરઐપદ ૯ આજ્ઞાર્થ + આત્મપદ
मे.प. द.प. प.प. | .प. द्वि.प. प.प. ५.पु. + जानानि जानाव जानाम | जानै जानावहै जानामहै द्वि.पु., जानीहि जानीतम् जानीत | जानीष्व जानाथाम् जानीध्वम् तृ.पु. + जानातु जानीताम् जानन्तु | जानीताम् जानाताम् जानताम्
પરફ્યપદ ૯ વિધ્યર્થ + આત્મપદ
भे.. द.प. प.प. | मे.व. द.प. प.प. ५.पु.जानीयाम् जानीयाव जानीयाम| जानीय जानीवहि जानीमहि द्वि.पु.+जानीया: जानीयातम् जानीयात जानीथा: जानीयाथाम् जानीध्वम् तु.. + जानीयात् जानीयाताम् जानीयुः | जानीत जानीयाताम् जानीरन् 2. पू = पवित्र २. उभय५६ 11 - &
પરસ્મપદ આજ્ઞાર્થ – આત્મપદ
भे.१. द्वि.प. प.प. | भे.१. दि.१. १.. ५.पु. + पुनानि पुनाव. पुनाम | पुनै पुनावहै पुनामहै द्वि.पु. + पुनीहि पुनीतम् पुनीत | पुनीष्व पुनाथाम् पुनीध्वम् है.पु. + पुनातु पुनीताम् पुनन्तु पुनीताम् पुनाताम् पुनताम्
પરઐપદ ૯ વિધ્યર્થ + આત્મપદ
भे.१. वि.प. प.प. | .. .. .. ५.पु. + पुनीयाम् पुनीयाव पुनीयाम| पुनीय पुनीवहि पुनीमहि द्व.पु. + पुनीया: पुनीयातम् पुनीयात पुनीथा: पुनीयाथाम् पुनीध्वम् तृ.पु. + पुनीयात् पुनीयाताम् पुनीयुः | पुनीत पुनीयाताम् पुनीरन्
SRE ARE संस्कृतम्-२ 8.8.830.8.S.S.S2.3.3 16-9.8.3