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य२१- चक्ररत्न [24] = अन्तिम [22] = चेत् [8] यढीयात य = अति+शी [10] |= पश्चिम [32] . |sg - युज् [8] यमन्त = चमत्कृत [24] छोsan योग्य = हेय [20] Jodsj = यु[10] य२९१ = पाद [23] s' = हा [14]
- विलोक् [27] या४२ = किङ्कर [15] छोस = शो [1]
©ती dj - निर् + जि [31] याj - लिह [12] छोल- तक्ष् [1] 04 = प्राणिन् [10] यारे॥Tथी = परितः [22] 4- विपिन [5] | ®4 = चेतन [12] यामj - क्रम् [1] xeuqil२ = प्ररूपक [20] | Aj = श्वस् [10] थिल - चिह्न [17] |४ता२३- वि+निर्+या [17] | = जन्मिन् [29] थी४५स्तु = पदार्थ [4] 813 2020 = जनक [16] गार = द्युत [21] थीर - भिद् [8] |म आपको = सू[10] | पान - तरुण [27] यूरेयू। ३२वा - मृद् [6] जन्मापा = प्र+सू[13] | पानी = तारुण्य [14] यूरेयू। ४२वा = क्षुद् [8] |मना = जन्मिन् [29] | ई = अतिरिक्त [28] येती ४ = चित् [2] भ= भुज् [8] | टुपsj - विज् [15] थेष्टा = चेष्टा [8] | वामाको = प्रति+भाष [16] - - प्राचीन [10] योej = सङ्ग् [2] ४ आपको = प्रति+वच् [17] | 2j = प्रमाण [25] थोटी ४j = स्तम्भ [6] ४ = विच्छ [1]
भ = वत् [11] योस = ध्रुवम् [34] ४ - ऋ [ ऋच्छ् ] [2] हैन साधु = निर्ग्रन्थ [12] योsj = अङ्ग् [8] ४ = रि [2]
ॐs५ = वेग [8] योमासु = चातुर्मास [1] Jej = हि [3]
| S५ = गति [14] यो२j = मुष्[6] ४- या [10]
ॐs५ = शीघ्रता [27] यौःश - चतुर्दशी [8] - इ[10]
अ२ = स्नु [10] ७insो - छाया [2] ४ = ऋ [15] 2५:- स्नु[10] छाश = तक्र [7] ४ - हा [15] ४३ = शीत [4] छुपा = गुप् [1] aij = जागृ[11] ऽ२ = भी [14] 214sgविअप+इ[11] | = प्रबुद्ध [32] दूम मस्ज् [ मज्ज् ] [2] छूपाqj = हु [11] | 0941 योग्य = ज्ञेय [20] कृषी ४ = नि+मस्ज्[5] छो = अन्त [22] | Paeaj - ज्ञा [जा] [6] | aisi = वृ[3] छeg = दो [1] | aaj = विद् [12] disg= सम्+स्तु [4] छej - छो [1] | Paner = आ+कल् [33] aisj - स्तु / आ +स्तु [6] छej - कृत् [2] | aaj = अव+इ [10] aisj - ऊर्गु [21] छेj - चरम [7] | OnqxOq = यावज्जीव [7] | तत्५२ = तत्पर [23]
3.8 सरस संस्कृतम्-
२५४.४ २००.3.3.3.3.3.3.3.सं.be.8.3