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________________ :: प्राग्वाट - इतिहास :: बुध०- बुधवार गुरु०- गुरुवार शुक्रवार शनि०- शनिश्चर ग०- गच्छ, गच्छीय मा० - मातृ आ०- आत् पु० - पुत्र, पुत्री स्वभा- भार्या, स्वभार्या उप० ज्ञा०— उपकेशज्ञातीय भा०, प्रा० ज्ञा० – प्राम्वाटज्ञातीय श्री० ज्ञा० - श्रीमालज्ञातीय गुज ०- गुजराती - L त०, तपा० – तपागच्छीय अंच, अंचल — अंचलगच्छीय श्र० ग०- आगमगच्छीय पूर्णि० १० ग० पूर्णिमागच्छीय पू० प०- पूर्णिमापक्षीय मड़ा०- मड़ाहड़गच्छीय जीरा ०- जीरापल्लीगच्छीय ब्रह्माण०- ब्रह्वाणगच्छीय दो० - दोसी गां ०. गांधी रु०- रुपया शु० शुक्ल कृ०- कृष्ण बृ० - बृहद् चै० चैत्र वृ० तपा० • वृद्धतपागच्छीय वै० • वैशाख ज्ये० - ज्येष्ठ वृ० त० 17 प्र० संवत् — प्रतिष्ठा - संवत् आषा० आषाढ़ श्र० आश्वि० – आश्विन प्र० प्रतिमा० - प्रतिष्ठित प्रतिमा प्र० आचार्य – प्रतिष्ठा कर्त्ता आचार्य प्र० श्रावक -- प्रतिष्ठा कराने वाला श्रावक का०- कार्त्तिक पौ० - पौष पि०- पितृ फा० फाल्गुण ५२ ] 411
SR No.007259
Book TitlePragvat Itihas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDaulatsinh Lodha
PublisherPragvat Itihas Prakashak Samiti
Publication Year1953
Total Pages722
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size29 MB
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