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कल्प
सूत्र
दशाश्रुतस्कंध-अध्ययनं-८ "कल्पसूत्र"- (मूलं+वृत्ति:)
.......... व्याख्यान - .......... मूलं / गाथा - मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित..दशाश्रुतस्कंध-अध्ययन-८ "कल्पसूत्र मूलं एवं विनयविजयजी-रचिता वृत्ति::
सत्राक
आचार्यजी माहाराज आनंद सागर सूरीमी व पंन्य माहाजनान सैलाना को दीनाये तारीर १८११॥५२॥ संमत् १८७८ सही ईग्रेजी में दीवान साहब दरबार सैलाना
गाथा |||
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दीप
अनुक्रम
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