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नास्ति उत्तर दिशा
भाव.
बध
निश्वयः
आदि. निराकार अकता: अजीव पूर्व दिशा अभोक्ता अनेक व्यवहार
९
80
વસ્તુસ્વભાવ વિવરણ
310
ર
स्वस्वस्य स्वानुभवगम्य सम्यक ज्ञानमथि स्वभाव सूर्य वस्तु स्वभाव में जैसा है वैसा है स्पमाव मैं तर्क को अभाव मूल ही से है इस
सूर्य का प्रकाश सर्व चित्र हस्त अंगुली के ऊपर है।।
की
४
1.6米
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काह
ચિત્ર હસ્તાંગુલી ચક્ર અને સ્વરૂપાનુભવગમ્ય સમ્યજ્ઞાનમયી સ્વભાવસૂર્ય
૧૧
अस्ति
दक्षिण
अभाव. अंतः