SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 3
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २० वीं सदी के प्रथमाचार्य केवलि पण्णत्तो धम्मो मंगलम् धर्ममगल. ATE सम्यक् सम्यक्त्व चर्चा विशेषांक (आगम-अध्यात्म के आलोक में) प्रस्तोता ब्र. हेमचंद जैन 'हेम' कहान नगर, लाम रोड देवलाली (नासिक) महाराष्ट्र प.पू.चारित्र चक्रवर्ती आचार्य १०८श्री शांतिसागरजी महाराज परम संरक्षक. द्वितीय आवृत्ति - ध्रुवधाम - बाँसवाडा के सहयोग से १००० प्रतियाँ स्व. ब्र. हीरालाल खुशालचंद दोशी मांडवे, सोलापुर. जैन धार्मिक व सामाजिक प्रबोधन का निर्मीक मराठी और हिंदी मासिक दि. २ नवंबर २००९ संपादिका- प्रा. सौ. लीलावती जैन १, सलील अपार्ट., ५७ सानेवाडी, औंध-पुणे (महाराष्ट्र) 411007 फोन- 020- 2588 7793
SR No.007151
Book TitleDharmmangal
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLilavati Jain
PublisherLilavati Jain
Publication Year2009
Total Pages76
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy