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3. सत्साहित्य प्रकाशन -
ट्रस्ट द्वारा अभी तक समयसार, नियमसार, प्रवचनसार, अष्टपाहुड़, सम्यग्ज्ञान चन्द्रिका (भाग 1,2,3), नाटक समयसार, पंचास्तिकाय, इष्टोपदेश एवं समाधितन्त्र, मोक्षमार्ग प्रकाशक (अंग्रेजी अनुवाद ब्र. हेमचन्दजी हेम-देवलाली), श्रावकधर्म, चिद्विलास, योगसार टीका (ब्र. शीतलप्रसादजी कृत), समयपाहुड़ (उभयटीका सहित) हिंदी भाषा में तथा आत्मानुशासन, योगसार एवं रत्नकरण्ड श्रावकाचार गुजराती भाषा में प्रकाशित कराये जा चुके हैं। ___इसी श्रृंखला में डॉ. नितेश शाह, जयपुर की शोधकृति - 'कविवर द्यानतराय के साहित्य में प्रतिबिम्बित अध्यात्म चेतना' को प्रकाशित किया जा रहा है, जिससे जैनदर्शन के पूर्वकालीन एवं प्रतिष्ठित विद्वान पण्डित द्यानतरायजी का व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व आलोकित हो सकेगा। जो विद्वानों एवं शोधार्थियों को विशेष उपयोगी सिद्ध होगा। ... ट्रस्ट द्वारा आचार्य कुन्दकुन्द प्रणीत-'पंचत्थिय संगहं सुत्तं' का
अमृतचन्द्राचार्य कृत समय व्याख्या तथा जयसेनाचार्य कृत तात्पर्यवृत्ति दोनों टीकाओं सहित प्रकाशन शीघ्र ही किया जायेगा। उक्त प्रकाशन विभाग जिनवाणी के प्रकाशन एवं प्रचार-प्रसार की योजनाओं को सतत क्रियान्वित करते रहने हेतु कृतसंकल्प है।
भवदीय : ...... समस्त पदाधिकारी एवं ट्रस्टीगण
श्री कुन्दकुन्द-कहान दिगम्बर जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट, मुंबई
अध्यक्ष ___ उपाध्यक्ष .. महामंत्री बाबू जुगलकिशोर युगल ब्र. धन्यकुमार बेलोकर बसंतलाल मूलचन्द दोशी
(गजपंथा) . .. (मुंबई) सुमनभाई रामजी दोशी .
(राजकोट)
(कोटा)