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कविवर द्यानतराय के साहित्य में प्रतिबिम्बित अध्यात्म चेतना 105. श्री अमितगति आचार्य: योगसार प्राभृत, अधिकार - 2, गाथा - 46 106. अध्यात्म पद संग्रह, प्रथम भाग, पृष्ठ-34
107. द्यानतराय : तत्त्वसार भाषा
108. आध्यात्मिक पाठ संग्रह, पृष्ठ-330
109. वही, पृष्ठ-332
110. वही, पृष्ठ - 342
111. द्यानतविलास, पद- 36, पृष्ठ-16 112. द्यानतविलास द्यानतरायजी
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113. तत्त्वसार भाषा - 19
114. सुबोध पंचासिका - द्यानतरायजी, छन्द-26 115. द्यानतराय : अध्यात्म पंचासिका, पद- 28 116. दौलतराम : छहढाला, दूसरी ढाल 117. द्यानतराय : अध्यात्म पंचासिका, पद- 46 118. द्यानतराय : अध्यात्म पद संग्रह, पृष्ठ-31 119. द्यानतराय : तत्त्वसार भाषा, गाथा - 33 120. देवसेनाचार्य : तत्त्वसार, गाथा - 35 121. द्यानतविलास
122. मूलाचार - 512
123. द्रव्यसंग्रह, 54/221
124. बनारसीदास : नाटक समयसार
125. प्रवचनसार, गाथा - 241 126. नियमसार, गाथा - 75
127. मूलाचार, गाथा - 1002 128. धवला पुस्तक, 1/1,1,1/52/1
129. धवला पुस्तक, 8/3, 41 /87/4
130. मंगलायतन पत्रिका, अंक-45, मई 2005
131. मंगलायतन पत्रिका, अंक - 45, मई 2005, पृष्ठ - 43
132. अध्यात्म पद संग्रह : सम्पादक मोहनलाल शास्त्री, जबलपुर
133. हिन्दी पद संग्रह, पद- 129, पृष्ठ – 109
134. द्यानतविलास, पद- 26, पृष्ठ-12 135. अध्यात्मपद पारिजात, पृष्ठ-66
136. अध्यात्मपद पारिजात, पृष्ठ-67
137. वही 138. उपदेश शतक, पद- 6 139. तत्त्वसार भाषा, पद- 26
140. तत्त्वसार भाषा, 34
141. द्यानत विलास पद 41 142. उपदेश शतक, 102 144. द्यानतविलास, पद-2 146. तत्त्वसार भाषा, पृष्ठ-6 148. गहै नहीं पर तजै न आप, करै निरन्तर आतमजाप ।
147. तत्त्वसार भाषा, पद-8, 9
ताकैं संवर निर्जर होय, आस्रव बंध बिनासै सोच ।।
149. द्यानतराय कृत दशलक्षण पूजन ।
143. जैन तत्त्वविद्या, पृष्ठ-318 145. उपदेश शतक, 102
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