________________
कविवर द्यानतराय के साहित्य में प्रतिबिम्बित अध्यात्म चेतना 109 नरकगति नामकर्म, तिर्यंचगति नामकर्म, मनुष्यगति नामकर्म, देवगति नामकर्म
2. जाति नामकर्म - 5
एकेन्द्रियजाति नामकर्म, दो इन्द्रियजाति नामकर्म, तीन इन्द्रियजाति नामकर्म, चतुरेन्द्रियजाति नामकर्म, पंचेन्द्रियजाति नामकर्म
3. शरीर नामकर्म - 5
औदारिक शरीर नामकर्म, वैक्रियिक शरीर नामकर्म, आहारक शरीर नामकर्म, तैजस शरीर नामकर्म, कार्माण शरीरं नामकर्म
4. बन्धन नामकर्म - 5
औदारिक शरीर बन्धन नामकर्म, वैक्रियिक शरीर बन्धन नामकर्म, आहारक शरीर बन्धन नामकर्म, तैजस शरीर बन्धन नामकर्म, कार्माण शरीर बन्धन नामकर्म
5. संघात नामकर्म - 5
औदारिक संघात नामकर्म, वैक्रियिक संघात नामकर्म, आहारक संघात नामकर्म, तैजस संघात नामकर्म, कार्माण संघात नामकर्म
6. संस्थान नामकर्म - 6
समचतुरस्र संस्थान, न्यग्रोधपरिमण्डल संस्थान, स्वाति संस्थान, कुब्जक संस्थान, बामन संस्थान, हुंडक संस्थान
7. आंगोपांग नामकर्म - 3 औदारिक आंगोपांग, वैक्रियिक आंगोपांग, आहारक आंगोपांग 8. संहनन नामकर्म - 6 वजवृषभनाराच संहनन, वजनाराच संहनन, नाराच संहनन अर्धनाराच संहनन, कीलित संहनन, असंप्राप्ता सृपाटिका संहनन 9. वर्ण नामकर्म - 5
कृष्णवर्ण नामकर्म, नीलवर्ण नामकर्म, पीतवर्ण नामकर्म, रक्तवर्ण नामकर्म, श्वेतवर्ण नामकर्म
10. गन्ध नामकर्म - 2 1. सुरभिगन्ध नामकर्म 2. असुरभिगंध नामकर्म