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द) संदर्भ इस वैज्ञानिक अनुसंधान के मिशन मेंश्रुतधर पंडित रत्न श्री प्रकाश मुनिजी द्वारा यथोचित जानकारी व संबंधित तथ्यों की प्रभावी व्याख्या और सरल शंका-समाधान मिलता रहा। जिससे विषय पर तुलनात्मक समझ विकसित होती गई। कई अन्य विद्धान आचार्यों व साधुओं से विचार-विमर्श द्वारा मार्गदर्शन मिलता रहा । जिनमें मुख्यतः आचार्य श्री हीरा चन्द्रजी म.सा. के शिष्य तत्त्वज्ञ श्री प्रमोद मुनिजी म.सा., श्रुतधर श्री प्रकाश मुनिजी के शिष्य आगमज्ञ श्री लक्ष्मीचन्द म. सा., आचार्य श्री महाप्रज्ञजी व वैज्ञानिक संत श्री महेन्द्रमुनिजी म. सा., आचार्य श्री कनकनंदीजी म. सा., आचार्य श्री नंदीघोष विजय जी म. सा., अध्यात्मयोगी श्री महेन्द्रसागरजी म.सा. आदि का पूर्ण सहयोग, आशीर्वाद व उत्साहवर्धन रहा। इसके अलावा डॉ. श्री कुलवंत सिंह, डॉ. श्री हरेश्याम द्वारा कई उपयोगी जानकारियाँ प्राप्त हुई।
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