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26. महाकवि स्वयम्भू और उनका पउमचरिउ - डा. सरोज जैन 27. विस्ससंतीए पवयणपाहुडस्स जोगदाणं - प्रो. श्रेयांसकुमार सिंघई 28. षट्खण्डागम : का मूल्यांकन
- डा. जयकुमार उपाध्ये 29. भट्टारकों का प्राकृत साहित्य को अवदान - डा. कल्पना जैन 30. दव्यसंगहे णिद्दिढं विस्सजणीण मुल्लदिट्टी - डा. धर्मेन्द्र जैन 31. कर्नाटक की मध्यमयुगीन यशस्विनी श्राविकाएँ- प्रो. विद्यावती जैन 32. चारुदत्त नाटक में मागधी प्राकृत का वैशिष्ट्य - डा. सुदर्शन मिश्रा 33. प्राकृत कथा ग्नन्थों में निहित वैश्विक संदेश - डा. रजनीश शुक्ला 34. अगख्यानमणिकोशवृत्ति में निहित वैश्विक मूल्य - डा. तारा डागा
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son (कन्नड खण्ड) 35.ಪ್ರಾಕೃತ ಕಥಾ ಸಾಹಿತ್ಯದ ವಿಶೇಷತೆಗಳು - ಡಾ. ಎಂ.ಎ. ಜಯಚಂದ್ರ
286 (Special Feature of Prakrit Narrative Literature - Dr. M.A. Jayachandra) 36.hodwad - 23 03/0p -. 20.D. roadpe 298
(Gommatasara - A Philosophical Text - Prof. B.S. Sannaiah)
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a) Rashtriya Sanksrit Sansthan, New Delhi.
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b) Bahubali Prakrit Vidyapeeth, Shravanabelagola
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c) National Institute of Prakrit Studies and Reserch, Shravanabealgola 316
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