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वर्णीजी का लेख
जो मनुष्य आत्मीय उन्नति करना चाहते हैं, उन्हें बिताना उचित है । सदाचार का मूल कारण परिग्रह में यह व्यक्ति बहुत ही योग्य है, अतः मुझे पूर्ण विश्वास है अवश्य सदाचारी मनुष्य होगा ।
11/12/51 टीकमगढ़
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सदाचार से जीवन मूर्च्छा का अभाव है। यह अपने जीवन में
गणेश वर्णी
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