________________
(444) : नंदनवन
26. स्वामी, समन्तभद्र; वासुपुज्य स्तवन, 58, प्रतिष्ठा रत्नाकर में उद्धृत, पेज 64. 27. जैन. एन. एल.; साइंटिफिक कंटेंट्स इन प्राकृत केनन्स, पार्श्वनाथ विद्यापीठ,
वाराणसी, 1996, पेज 289-90. 28. - वही – हिंसा का समुद्र : अहिंसा की नाव (प्रकाशनाधीन) 29. आचार्य, चन्दना; जैन स्पिरिट, अक्टूबर, 1999, पेज 18. 30. जैन, राजकुमार; पं. जमोला शास्त्री, साधुवाद ग्रंथ, जैन केन्द्र, रीवा, 1989, पे.
293. 31. ललवानी, गणेश; तीर्थकर, इंदौर, जनवरी, 1986, पेज 32. 32. शास्त्री, नेमिचंद्र; महावीर और उनकी आचार्य परम्परा, दि. जैन विद्वत् परिषद,
सागर, 1974, पे. 296. 33- देखिये, संदर्भ-27, पेज VII-IX 34. मुनि, रत्नचंद्र, अर्धमागधी कोश-4, मोतीलाल बनारसीदास दिल्ली-7, पेज 579. 35. आप्टे, व्ही.एस.; संस्कृत अंग्रेजी शब्दकोश, वही, 2000, पेज 83. 36. शास्त्री नाथूलाल; व्यक्तिगत पत्राचार. 37. वर्णी जिनेन्द्र; जैनेन्द्र सिद्धांत कोष-3, भारतीय ज्ञानपीठ, 1975, पेज 204. 38. गणिनी, ज्ञानमती; व्यक्तिगत पत्राचार
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org