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सूत्र विभाग
३. खमासमण सूत्र
Sūtra part
3. khamasamana sutra तीन प्रकार के गुरु वंदन :
Three types of guru vandana :१.फिट्टा वंदन :- मार्ग में चलते समय मत्थएण वंदामि कहते हुए. 1. phitta vandana:- To make an obeisance on the way saying matthaena मस्तक नमाकर हाथ जोड़कर प्रणाम करना.
I vandāmi bowing the head with folded hands. २.थोभ वंदन :-खमासमण सूत्र बोलते हुए दो बार पंचांग प्रणिपात | 2. thobha vandana :- To perform pancanga pranipata twice saying| करना.
___khamasamana sutra. ३.द्वादशावत वंदन :- वांदना सूत्र बोलते हुए दो बार वंदन करना. 3. dvadasavartta vandana:- To make obeisance twice saying vandana sutra. पंचांग प्रणिपात :- दो हाथ, दो घुटने,और मस्तक को पूर्णतया झुकाकर pancanga pranipata :- To perform obeisance bowing with two hands, two प्रणाम करना.
knees and head completely (touching the floor). |फिट्टा वंदन :- साधु सर्व साधुओं को, साध्वी सर्व साधु और साध्वियों को | phittāvandana:-sādhudoes to all sadhus, sadhvis does to al sadhus and sadhvis|
परस्पर, श्रावक और श्राविका सर्व साधु-साध्वियों को करते हैं. mutually, srāvaka and śrāvikā does to all sädhus and sādhvis. थोभ वंदन :- साधु सर्व बड़े साधुओं को, साध्वी सर्व साधु और बड़ी | thobha vandana:-sadhu does to all elder sadhus, sadhvidoes to all sadhus
साध्वियों को, श्रावक सर्व साधुओं को, श्राविका सर्व साधु और । and elder sādhvis, srāvaka does to all sādhus, śrāvikā does to all sādhus साध्वियों को करते हैं.
and sādhvis. द्वादशावत वंदन :- साधु, साध्वी, श्रावक व श्राविकाएँ आचार्य आदि | dvādasavartta vandana :- sadhu, sadhvi, srāvaka and Sravikas performs
पदस्थ साधुओं को; समान पद वाले साधु अपने से अधिक दीक्षा dvādaśāvartta vandana to sādhus designated like ācārya, sādhus with पर्याय वाले साधुओं को, छोटे पद वाले साध बड़े पद वाले साधओं similar designations to sādhus having more period of dikşā than himself, को द्वादशावत वंदन करते हैं.
sādhus with lower designation to sādhus having higher designations. गुरु वंदन के चार अवसर :- गुरु शांत बैठे रहने पर, आसन पर बैठे | Four occasions for making obeisance to the guru:- The obeisance is done प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग -१
Pratikramana Sūtra With Explanation - Part - 1 For Private Personal use only
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