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Sinte
१. नवकार महामंत्र
सूत्र विभाग sūtra part
1. navakāra mahāmantra ८. चतुर्मुख समवसरण होता है.
8. Four faced samavasarana will be present. ९. अशोक वृक्ष होता है.
9. asoka tree will be present. १०. चलते समय कांटे अधो-मुख हो जाते हैं.
10. Thorns faces downwards while walking. ११. वृक्ष पूर्णतया नम जाते हैं.
11. Trees bow down completely. १२. देशना देते समय देव दुंदुभि बजाते हैं. "
12. Gods beats the divine drums while giving discourses (sermon). १३. पवन अनुकूल हो जाता है.
13. Wind becomes favourable. १४. पक्षी प्रदक्षिणा देते हैं.
14. Birds circumambulates. १५. सुगंधी जल की वर्षा होती है,
15. Fragrant water is showered. १६. पुष्प वृष्टि होती है.
16. Flowers are showered. १७. दीक्षा लेने के बाद केश, दाढी, मूंछ और नख बढते नहीं है. | 17. Hair, beard, moustache and nails do not grow after renunciation of worldly
life. १८. चार प्रकार के देवों में से कम से कम एक क्रोड़ देवता हमेशा | 18. At least one crore deities out of four types of gods always remain along with.
साथ रहते हैं. १९. सभी ऋतु अनुकूल हो जाती हैं.
19. All seasons become favourable. योजन = जैम शास्त्र के अनुसार दूरी मापने का एक प्रकार का प्राचीन | yojana = Astandard of ancient period for measuringdistance according to jain कालीन मान.
___scriptures. अरिहंत के बारह गुण :
Twelve qualities of the arihanta१. अशोक वृक्ष = तीर्थकर भगवंत के शरीर से बारह गुणा ऊंचा वृक्ष | 1. asoka vrksa [Jonesia asoka tree] = Gods create tree twelve times the प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग - १
Pratikramana Sūtra With Explanation - Part - 1 Jain Education International For Private & Personal use only
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